एनएच 33 फोर लेन सड़क निर्माण में मुआवजा घोटाला, पूर्व डीएलएओ समेत 14 पर केस

रामगढ़ : एनएच-33 सड़क निर्माण के लिए हुए भूमि अधिग्रहण के मुआवजा भुगतान में करीब चार करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ है. मामला मांडू प्रखंड के जोड़ाकरम गांव का है. झामुमो ने एक माह पूर्व गलत भुगतान की शिकायत उपायुक्त राजेश्वरी बी से की थी. इस पर उपायुक्त ने जांच का आदेश दिया था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2016 1:55 AM
रामगढ़ : एनएच-33 सड़क निर्माण के लिए हुए भूमि अधिग्रहण के मुआवजा भुगतान में करीब चार करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ है. मामला मांडू प्रखंड के जोड़ाकरम गांव का है. झामुमो ने एक माह पूर्व गलत भुगतान की शिकायत उपायुक्त राजेश्वरी बी से की थी. इस पर उपायुक्त ने जांच का आदेश दिया था. मामला सही पाये जाने पर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर डीसी ने प्राथमिकी दर्ज करने के साथ विभागीय कार्रवाई का निर्देश दिया. इसके आलोक में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी गौरांग महतो ने मंगलवार देर शाम रामगढ़ थाना में पूर्व जिला भू-अर्जन पदाधिकारी (डीएलएओ) लियाकत अली समेत पांच कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया.
इन पर प्राथमिकी : जिला भू-अर्जन कार्यालय के प्रधान सहायक प्रवीण सिन्हा, कानूनगो अनिल यादव, नाजिर संजीव कुमार, सहायक केशव प्रसाद व अमीन बालेश्वर प्रसाद, कार्तिक मांझी, सूरज वर्णवाल, प्रशांत मांझी, राजू हेंब्रम, बुधन मांझी व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है : उपायुक्त
इस संबंध में पूछे जाने पर उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बताया कि जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने दोषियों के खिलाफ रामगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.

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