…तो शायद मैं कांग्रेस में ही होता : शत्रुघ्न सिन्हा

रांची: अगर मैडम गांधी (यानी इंदिरा गांधी) का देहांत नहीं हुआ होता, तो मैं शायद उस वक्त भाजपा में शामिल नहीं होता. इंदिरा गांधी हमको काफी मानती थीं. बिहार से लेकर देश तक की राजनीति का ककहरा हमने सुबोधकांत सहाय से सीखा. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद मैं भाजपा में आ गया, जहां काफी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2016 1:28 AM
रांची: अगर मैडम गांधी (यानी इंदिरा गांधी) का देहांत नहीं हुआ होता, तो मैं शायद उस वक्त भाजपा में शामिल नहीं होता. इंदिरा गांधी हमको काफी मानती थीं. बिहार से लेकर देश तक की राजनीति का ककहरा हमने सुबोधकांत सहाय से सीखा. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद मैं भाजपा में आ गया, जहां काफी सुकून महसूस करता हूं. उक्त बातें सिने स्टार और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कही. श्री सिन्हा बुधवार को जमशेदपुर के होटल अलकोर में प्रेस काॅन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के साथ के निजी संबंधों के बारे में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि निश्चित तौर पर कुछ पहले दिक्कत थी, लेकिन आज संबंध काफी अच्छे हैं और आगे भी ऐसे ही बने रहेंगे. ऐसी उम्मीद है.
झारखंड में फिल्म सिटी का ब्लूप्रिंट हमने तैयार किया था : झारखंड में फिल्म सिटी का ब्लूप्रिंट हमने तैयार किया था. देर से ही सही, सरकार ने इस दिशा में बेहतर काम शुरू किया है. यह कदम काबिले तारीफ है. अनुपम खेर हमारे अजीज मित्र हैं, उनके तजुर्बे का लाभ झारखंड सरकार ले रही है, यह बेहतर कदम है. झारखंड में फिल्म सिटी स्थापित करने में मैं भी अहम भूमिका निभा सकता था. उन्होंने कहा कि यूपी फिल्म डेवलपमेंट बोर्ड का मैं अध्यक्ष रह चुका हूं और वहां तेजी से फिल्म का विकास भी हुआ. झारखंड में तो मुंबई से भी बेहतर प्राकृतिक छटा और स्पेस है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो पाया है. अब सरकार ने पहल की है, तो यह अच्छा संकेत है. मुझे अफसोस नहीं है कि इसमें मुझे नहीं रखा गया. हम बिहारी बाबू रहे हैं. बिहार और झारखंड एकीकृत रहा है. इस कारण मेरे भी तर्जुबे का लाभ लिया जा सकता था.
झारखंड विकास की ओर अग्रसर : बिहार से अलग होने के बाद झारखंड को कहां पाते हैं? इस सवाल पर श्री सिन्हा ने कहा कि झारखंड विकास की ओर अग्रसर है. एनएच जरूर खराब है. अगर झारखंड का विकास करना है, तो जमशेदपुर और रांची का विकास जरूरी है. इसके लिए सरकार बेहतर काम कर रही है. बिहार और झारखंड में आगे कौन है ? इस सवाल पर श्री सिन्हा ने फिल्मी अंदाज में कहा : खामोश.

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