सीआइडी ने पत्नी से हुई बात की रिकॉर्डिंग जब्त की

रांची: इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत के मामले की जांच के लिए सीआइडी की टीम धनबाद में है. सीआइडी की टीम ने उमेश कच्छप के परिवार के लोगों से उस रिकॉर्डिंग को हासिल किया है, जिसमें स्व कच्छप और उनकी पत्नी की बातचीत रिकाॅर्ड है. रिकार्डिंग उमेश कच्छप की मौत से एक दिन पहले की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2016 1:32 AM
रांची: इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत के मामले की जांच के लिए सीआइडी की टीम धनबाद में है. सीआइडी की टीम ने उमेश कच्छप के परिवार के लोगों से उस रिकॉर्डिंग को हासिल किया है, जिसमें स्व कच्छप और उनकी पत्नी की बातचीत रिकाॅर्ड है. रिकार्डिंग उमेश कच्छप की मौत से एक दिन पहले की है.

जिसमें स्व कच्छप कह रहे हैं कि ड्राइवर को गोली मारने की घटना में सीनियर अफसर दबाव दे रहे हैं. परेशान कर रहे हैं. वे तनाव में हैं. उमेश कच्छप की मौत के बाद उनके बेटे को वह रिकाॅर्डिंग उनके मोबाइल में मिली थी. इसके बाद उनके परिजनों ने धनबाद कोर्ट में आवेदन देकर इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत के लिए सीनियर अफसरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया था. जानकारी के मुताबिक मामले की जांच के लिए धनबाद पहुंची सीआइडी की टीम घटना से जुड़े स्वतंत्र गवाहों का बयान दर्ज करने में जुटी हुई है.

उल्लेखनीय है कि 13 जून की रात तत्कालीन बाघमारा डीएसपी नजरुल होदा, हरिहरपुर थाना प्रभारी संतोष रजक के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने राजगंज थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर एक ट्रक चालक को गोली मार दी थी. राजगंज थाना क्षेत्र में घटना होने के बाद भी तत्कालीन एसएसपी के दबाव पर तोपचांची थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. इंस्पेक्टर उमेश कच्छप तोपचांची थाना के थाना प्रभारी थे. आरोप है कि ट्रक चालक को गोली मारने की घटना में पुलिस को बचाने के लिए जिला के सीनियर अफसर उमेश कच्छप पर दबाव बना रहे थे. जिस कारण वह तनाव में थे. 17 जून की रात थाना परिसर मेंं ही एक कमरे में इंस्पेक्टर का शव छत से लटकता मिला था.

परिजनों ने धनबाद के तत्कालीन एसएसपी सुरेंद्र झा, डीएसपी नजरुल होदा, दारोगा संतोष रजक के खिलाफ आवेदन दिया था. सरकार ने मामले की जांच करायी. कैबिनेट सचिव एसएस मीणा और सीआइडी के एडीजी ने अपनी जांच में तत्कालीन एसएसपी, डीएसपी व दारोगा के खिलाफ आरोपों को सही पाया. इसके बाद सरकार ने एसएसपी का तबादला कर दिया. साथ ही मामले की सीआइडी जांच का आदेश दिया. सरकार ने तीन माह के अंदर जांच पूरी करने का आदेश दिया है.

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