बेमिसाल है करबला की जंग : मौलाना तहजीबुल

रांची : मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी ने कहा कि यजीद अपनी ताकत के बल पर इसलाम को अपनी ख्वाहिश का मजहब बताना चाहता था़, पर हुसैन की शख्सियत के कारण ऐसा नहीं हो सका़ इमामे हुसैन ने सारी मुसीबतों पर सब्र कर इसलाम को हमेशा के लिए बचा लिया़ सातवीं मुहर्रम से यजीद ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2016 6:38 AM
रांची : मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी ने कहा कि यजीद अपनी ताकत के बल पर इसलाम को अपनी ख्वाहिश का मजहब बताना चाहता था़, पर हुसैन की शख्सियत के कारण ऐसा नहीं हो सका़ इमामे हुसैन ने सारी मुसीबतों पर सब्र कर इसलाम को हमेशा के लिए बचा लिया़ सातवीं मुहर्रम से यजीद ने हुसैन के खानदान के लिए पानी बंद कर दिया था़
प्यास के हालात में करबला की जो जंग लड़ी गयी, वह बेमिसाल है़ सातवीं मजलिस में रविवार को इमामे हुसैन के पुत्र हजरत कासिम की शहादत बयान की गयी़ हसन इमाम, कासिम अली व अशरफ रिजवी ने मर्सियाखानी की़ मजलिस का आयोजन अबुल हसन व यावर हुसैन ने किया़

Next Article

Exit mobile version