विटामिन-डी की कमी से कमजोर होती हैं हड्डियां

रांची : रविवार को प्रभात खबर कार्यालय में ऑनलाइन हेल्थ काउंसलिंग का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ अंकित श्रीवास्तव ने डायबिटीज, थाइरॉयड व हार्मोन असंतुलन और शरीर के विकास के रूक जाने संबंधी विषयों पर परामर्श दिये. उन्होंने बताया कि विटामिन-डी कैल्शियम को खून और हड्डी में पहुंचाता है. इसकी कमी से कैल्शियम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2016 6:42 AM
रांची : रविवार को प्रभात खबर कार्यालय में ऑनलाइन हेल्थ काउंसलिंग का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ अंकित श्रीवास्तव ने डायबिटीज, थाइरॉयड व हार्मोन असंतुलन और शरीर के विकास के रूक जाने संबंधी विषयों पर परामर्श दिये. उन्होंने बताया कि विटामिन-डी कैल्शियम को खून और हड्डी में पहुंचाता है. इसकी कमी से कैल्शियम हड्डी तक नहीं पहुंच पाता है, जिससे हड्डी कमजोर होती जाती है.
शरीर में विटामिन-डी की कमी की पहचान कुछ खास लक्षणों से की जा सकती है. बदन तथा मांसपेशियों में हमेशा दर्द रहना, सर्दी, बुखार तथा खांसी का बार-बार होना विटामिन-डी की कमी का संकेत है.
विटामिन-डी की कमी का पता खून की जांच से किया जाता है. शरीर में विटामिन-डी की सही मात्रा हो, इसके लिए सुबह ग्यारह बजे से तीन बजे तक कम-से-कम बीस मिनट तक शरीर का धूप से संपर्क रहना चाहिए. विटामिन-डी की बहुत अधिक कमी होने पर चिकित्सक दवाई तथा इंजेक्शन का परामर्श देते हैं. गर्भावस्था के दौरान भी विटामिन-डी की जांच करवायी जानी चाहिए.
विटामिन-डी की कमी से होनेवाली समस्याओं पर उन्होंने बताया कि इससे बच्चों में रिकेट्स नामक बीमारी होती है. यदि गर्भवती माता को इसकी कमी है, तो इसका असर शिशु पर भी पड़ता है. इसकी कमी से हड्डी कमजोर हो जाती है. वृद्ध लोगों में इसकी कमी से औस्टियोपोरोसिस यानी हड्डियों के भंगुर होने की समस्या होती है. विटामिन-डी की समस्या में डॉक्टरी सलाह से ही दवाई लें.
डॉक्टर का पता : डॉ अंकित श्रीवास्तव, आरोग्य डायबिटीज एंड एंडोक्राइन सेंटर, अरगोड़ा चौक. दूरभाष : 0651-6006060, 6555777

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