यूपी चुनाव के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण

रांची : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस की नीति समाज में नफरत फैलाने की रही है़ भाजपा राष्ट्रवाद के नाम पर ढोंग करती है़ मोदी सरकार ने यूपी चुनाव को देखते हुए अपनी विफलता को छिपाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण किया़ देश में पहले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2016 1:17 AM
रांची : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस की नीति समाज में नफरत फैलाने की रही है़ भाजपा राष्ट्रवाद के नाम पर ढोंग करती है़ मोदी सरकार ने यूपी चुनाव को देखते हुए अपनी विफलता को छिपाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण किया़ देश में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ़ पाकिस्तान और भाजपा में कोई अंतर नहीं है़ दोनों षड्यंत्र करने में माहिर है़ं वर्ष 2013 के बाद यूपी में 12 हजार सांप्रदायिक दंगे हुए़ जिस राज्य में चुनाव होता है, आरएसएस के लोग नफरत फैलाने का काम करते है़ं डॉ कुमार मंगलवार को राजधानी में पत्रकारों से बात कर रहे थे़ .
उन्होंने कहा कि आजादी के 68 वर्षों में सेना के हजारों जवान शहीद हुए़ सेना ने सीमा पार कर कई बार कार्रवाई की़ वर्ष 2008 में सीमा में घुस कर 22 पाकिस्तानी सैनिकों को सबक सिखाया गया, लेकिन तब की सरकार ने देश की सुरक्षा और सीमा पर टेंशन ना हो, इसलिए कूटनीतिक कारणों से इसे सार्वजनिक नहीं किया़ नरसिम्हा राव से लेकर वाजपेयी की सरकार ने ऐसा किया, लेकिन वर्ष 2013 तक सेना को कोसनेवाले नरेंद्र मोदी आज कह रहे हैं कि हमने सेना को हनुमान की ताकत का एहसास कराया है़ कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसी राजनीति देश के हित में नहीं है़ रक्षामंत्री बेतुकी बातें कर रहे है़ं वह कहते हैं कि आरएसएस की शिक्षा सेना की कार्रवाई में काम आयी़ डॉ अजय ने कहा कि देश के सैनिक बहादुर है़ं सर्जिकल स्ट्राइक भाजपा की उपज है, जबकि सेना इस कार्रवाई को सीमा पार की कार्रवाई कहती है़ मौके पर कांग्रेस ने प्रदीप तुलस्यान, राजीव रंजन प्रसाद, डॉ राजेश गुप्ता, ज्योति सिंह मथारू और राजेश सिन्हा सन्नी मौजूद थे़
पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठानेवाले सरकार पर भी बोलें : राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने पार्टी के अंदरूनी विवाद पर कहा कि प्रदेश की कमेटी राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति पर बनी है़ इस पर कुछ कहना है, तो पार्टी के अंदर बात होनी चाहिए़ केंद्रीय नेतृत्व को किसी ने गुमराह किया है, तो उन्हें बताये़ं प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाना सही नहीं है़ पार्टी पर निशाना साधनेवाले लोग कभी अपनी बंदूक की नोक सरकार की ओर भी करे़ं पार्टी के नेता अनुशासन नहीं मानेंगे, तो कार्यकर्ता कहां से सीखेंगे.

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