17 अक्तूबर को हुई थी घटना: बेटे ने ही मारा था सेवादार को

चान्हो: सिलागांई स्थित वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल के सेवादार नारायण भगत की हत्या उसके सगे पुत्र बीगल भगत ने ही जमीन बेचने से मना करने को लेकर टांगी से मार कर की थी. उसने हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया था. यह जानकारी बुधवार को चान्हो थाना प्रभारी रूपेश कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2016 12:16 AM

चान्हो: सिलागांई स्थित वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल के सेवादार नारायण भगत की हत्या उसके सगे पुत्र बीगल भगत ने ही जमीन बेचने से मना करने को लेकर टांगी से मार कर की थी. उसने हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया था. यह जानकारी बुधवार को चान्हो थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि बीगल भगत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और उसके घर से हत्या में प्रयुक्त टांगी के साथ खून लगा गंजी भी बरामद कर लिया गया है.

थाना प्रभारी के अनुसार बीगल ने अपने पिता की हत्या की बात कबूल कर ली है. बताया है कि कि अपनी शादी व अन्य खर्च के लिए उसने गांव के कुछ लोगों से करीब सवा लाख रुपये कर्ज के रूप में लिया है और उन्हें जमीन बेच कर पैसा देने का आश्वासन दिया था. लेकिन उसके पिता जमीन बेचने के लिए तैयार नहीं थे. जिसको लेकर पिता से कई बार उसकी झंझट भी हो चुकी थी. तीन दिन पहले 15 अक्तूबर को काफी दिनों के बाद बनारस के ईंट भट्ठे से काम करके जब गांव वापस लौटा तो कर्ज देनेवालों ने उससे पैसों की मांग कर दी. वह जानता था कि पिता के जिंदा रहते भर न तो जमीन बिकेगी और न ही इसके बगैर वह किसी का पैसा लौटा पायेगा. इसलिए उसने पिता को रास्ते से हटाने का मन बना लिया और 17 अक्तूबर को अहले सुबह करीब चार बजे जब वे हमेशा की तरह स्मारक स्थल की साफ-सफाई के लिए टोंगरी की ओर निकले तो वहां पर टांगी से मार कर उनकी हत्या कर दी.

शव को कंधे पर लाद कर नाले में फेंकने के बाद घर चला अाया और टांगी को एक बोरा में लपेट कर बक्से के नीचे तथा खून लगे गंजी को बक्सा में छुपा कर सो गया था. घटना के बाद पुलिस की तत्परता व एफएसएल की टीम व खोजी कुत्ते की मदद से मामले का खुलासा कर लिया गया.

Next Article

Exit mobile version