पारा शिक्षकों ने प्रधानमंत्री को खून से लिखा पत्र
रांची: झारखंड में पारा शिक्षकों का घेरा-डालो, डेरा-डालो कार्यक्रम शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. हजारों की संख्या में पारा शिक्षक दिन भर जयपाल सिंह स्टेडियम में डटे रहे. पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी ने अपने खून से प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर न्याय की मांग की. झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय […]
रांची: झारखंड में पारा शिक्षकों का घेरा-डालो, डेरा-डालो कार्यक्रम शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. हजारों की संख्या में पारा शिक्षक दिन भर जयपाल सिंह स्टेडियम में डटे रहे. पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी ने अपने खून से प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर न्याय की मांग की. झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय कुमार दुबे ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा. शनिवार को प्रशासन आंदोलन स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी थी.
स्टेडियम के सामने वाली मुख्य सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग कर दी गयी है. समूह में पारा शिक्षकों को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है. संघ के अध्यक्ष ने बताया कि 23 अक्तूबर के बाद आंदोलन को और तेज किया जायेगा. रविवार को संघ आगे की रणनीति की घोषणा करेगा. सरकार ने पारा शिक्षकों को 25 अक्तूबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया है. 25 अक्तूबर तक काम पर नहीं लौटने वाले पारा शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में सभी जिलों को पत्र भेज दिया गया है. एक नवंबर से हटाये गये पारा शिक्षकों की जगह नये पारा शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी चल रही है. 15 नवंबर से तक प्रक्रिया पूरी हो जाने की संभावना है.
हड़ताल के लिए दबाव डालने वालों पर होगी कार्रवाई : पारा शिक्षक संघ के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे एक बरखास्त पारा शिक्षक पर प्रशासन की नजर है. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. पारा शिक्षक संघ के वैसे नेता जो शिक्षकों पर हड़ताल करने दबाव डाल रहे हैं, उनके खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी. विभाग को कई जिलों के पारा शिक्षकों ने शिकायत की है कि संघ से जुड़े कुछ नेता उन्हें हड़ताल पर आने के लिए दबाव डाल रहे हैं.
हटाये जा रहे बीआरपी-सीआरपी
हड़ताली बीआरपी-सीआरपी को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. बीआरपी-सीआरपी को 21 अक्तूबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया गया था. जमशेदपुर में बीआरपी-सीआरपी को हटा दिया गया है. रांची के जिला शिक्षा अधीक्षक ने बताया कि लगभग आधे बीआरपी-सीआरपी योगदान दे चुके हैं. जिन्होंने योगदान नहीं दिया उन्हें हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इधर, झारखंड शिक्षा परियोजना के जिला स्तरीय कर्मचारियों के भी काम पर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है.
कल शिक्षा सचिव से होगी वार्ता
झारखंड शिक्षा परियोजना कर्मियों की सोमवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव वार्ता होगी. परियोजना कर्मी 14 सितंबर से हड़ताल पर हैं. सरकार ने परियोजना कर्मियों को 19 सितंबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया था. राज्य मुख्यालय के कर्मचारी अब तक काम पर नहीं लौटे हैं, जबकि कुछ जिलों में कर्मचारी काम पर लौट चुके हैं.