एसीबी में इइएफ कर्मियों के खिलाफ की शिकायत

रांची : इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट फैक्टरी (इइएफ), टाटीसिलवे के तीन कर्मचारियों की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से की गयी है. कारखाने के लेखा का काम देखनेवाले अरिवंद कुमार राय व शंभु सिंह के अलावा पूर्व एकाउंटेंट देवनाथ महतो के बारे में यह शिकायत कारखाना के सेवानिवृत्त कर्मचारियों व मृत कर्मियों की विधवाओं ने की है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2016 5:48 AM
रांची : इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट फैक्टरी (इइएफ), टाटीसिलवे के तीन कर्मचारियों की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से की गयी है. कारखाने के लेखा का काम देखनेवाले अरिवंद कुमार राय व शंभु सिंह के अलावा पूर्व एकाउंटेंट देवनाथ महतो के बारे में यह शिकायत कारखाना के सेवानिवृत्त कर्मचारियों व मृत कर्मियों की विधवाओं ने की है.
शिकायत में कहा गया है कि सेवानिवृत्त कर्मियों तथा मृत कर्मियों की विधवाअों से पेंशन फॉर्म भरने के नाम पर पांच से छह हजार रुपये लिये जा रहे हैं. अरिवंद कुमार राय घर-घर जाकर लोगों से रुपये मांग रहे हैं. वहीं, फॉर्म भरने का काम करने वाले शंभु सिंह भी उनसे मिले हुए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि इससे पूर्व अब सेवानिवृत्त हो चुके लेखापाल देवनाथ महतो ने भी कई कर्मचारियों से पैसे लिये थे. शिकायती पत्र में सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने लिखा है कि वे गहने गिरवी रख कर आरोपी लोगों को पैसे दे रहे हैं.
जो पैसे देने में असमर्थ हैं, उन्हें भगा दिया जाता है. वहीं, इइएफ तथा हाइटेंशन इंसुलेटर फैक्टरी (एचटीआइएफ) के प्रभारी महाप्रबंधक के बारे में कहा गया है कि उनसे शिकायत करने पर उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की है. इधर, यह शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने ऊर्जा विभाग के सचिव से आग्रह किया है कि इइएफ के कर्मचारी व उनकी विधवाअों से मिली शिकायत के आधार पर विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाये. यह जानकारी भी दी गयी है कि ब्यूरो के स्तर से अभी कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. हालांकि इइएफ का स्वामित्व बिहार राज्य अौद्योगिक विकास निगम (बीएसआइडीसीएल) के पास है. ऊर्जा विभाग, झारखंड से इसका कोई लेना-देना नहीं है.
लाखों की उगाही
मिली जानकारी के अनुसार इइएफ के करीब दो सौ कर्मचारियों तथा उनकी विधवाअों को पेंशन का लाभ दिलाने के लिए कारखाना स्तर से पेंशन फॉर्म भरा जा रहा है. करीब साल भर से यह प्रक्रिया चल रही है. एक-एक कर्मचारियों से पांच से छह हजार रुपये वसूले जा रहे हैं. आरोप है कि इस तरह सभी चार सौ कर्मचारियों से न्यूनतम 10 लाख रुपये की उगाही की गयी है.
मुझे पेंशन के लिए पैसे लिये जाने की कोई जानकारी नहीं है. यूनियन के लोगों ने भी हमें कुछ नहीं बताया है. मैंने कर्मचारियों से कहा है कि किसी को कोई परेशानी हो, तो मुझसे संपर्क करें.
सतीश चंद्र विद्यार्थी, प्रभारी महाप्रबंधक (इइएफ व एचटीआइएफ)

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