13 को विपक्ष राजभवन के समक्ष देगा महाधरना

रांची: सरकार की नीतियों और पिछले दिनों हुए गोलीकांड के खिलाफ विपक्ष आंदोलन तेज करेगा. बड़कागांव, गोला और खूंटी में गोलीकांड की न्यायिक जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग विपक्ष की ओर से की गयी है. झामुमो छोड़ पूरा विपक्ष साझा मुहिम चलायेगा. 13 नवंबर को राजभवन के समक्ष महाधरना होगा. वहीं, नवंबर-दिसंबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2016 2:05 AM
रांची: सरकार की नीतियों और पिछले दिनों हुए गोलीकांड के खिलाफ विपक्ष आंदोलन तेज करेगा. बड़कागांव, गोला और खूंटी में गोलीकांड की न्यायिक जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग विपक्ष की ओर से की गयी है. झामुमो छोड़ पूरा विपक्ष साझा मुहिम चलायेगा. 13 नवंबर को राजभवन के समक्ष महाधरना होगा. वहीं, नवंबर-दिसंबर के महीने में विपक्ष की रैली हो सकती है, जिसकी तिथि अगली बैठक में तय होगी.
इधर, मंगलवार को राजधानी में कांग्रेस, झाविमो, जदयू, राजद और वामदलों के नेताओं की बैठक हुई. इसमें सरकार को घेरने की रणनीति और आंदोलन का खाका तैयार किया गया. जमीन अधिग्रहण के खिलाफ पूरी एकजुटता के साथ धारदार आंदोलन चलाने का फैसला लिया गया. बैठक में तय हुआ कि सरकार गोलीकांड की न्यायिक जांच नहीं करायी, तो चरणबद्ध आंदोलन चलायेंगे. विपक्षी पार्टियां जेल भरो आंदोलन भी चलायेंगी.
निरंकुश हो गयी है सरकार : बाबूलाल
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार निरंकुश हो गयी है. सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध मरते दम तक होगा. यह सरकार कुछ लोगों के स्वार्थ के लिए आदिवासी-मूलवासी को खत्म करना चाहती है. कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि राज्य सरकार जमीन की दलाली कर रही है और जब किसान और मजदूर इसका विरोध करते हैं, तो सरकार उस पर गोलियां बरसाती है. गोलीकांड की न्यायिक जांच होनी चाहिए.

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