सभा में भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाये गये. श्री भगत ने कहा : सैनिकों के प्रति पूरा राष्ट्र कृतज्ञ है. उसी राष्ट्र में किसी सैनिक द्वारा आत्महत्या करने पर सांत्वना देने की इच्छा रखने वाले सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जेल भेजने का काम किया जाता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है. संविधान में दिये गये अधिकारों का हनन करने की इजाजत किसी को नहीं है. श्री भगत ने कहा कि मोदी सरकार राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से डर रही है. भाजपा सरकार तानाशाह हो चुकी है.
केंद्र व राज्य सरकार आंदोलन कर रही जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है. इसका विरोध सड़क से लेकर सदन तक होगा. वक्ताओं ने राज्य सरकार पर भी नागरिक अधिकारों के हनन का आरोप लगाया. कहा कि 17 नवंबर को विधानसभा का घेराव किया जायेगा. सीएनटी, एसपीटी एक्ट में संशोधन व राज्य में हुए गोलीकांड का विरोध जताया जायेगा. प्रदर्शन में आलोक दुबे, शमशेर आलम, प्रो डॉ विनोद सिंह, सूर्यकांत शुक्ला, शशि भूषण राय, राजेश ठाकुर, निरंजन पासवान, डॉ राजेश गुप्ता छोटू, प्रदीप तुलस्यान, ज्योति सिंह मथारू, विनय सिन्हा दीपू, सुनील सिंह, सलीम खान, दिलीप दाराद, विक्रम जायसवाल, मो शाहिद, सुरेंद्र सिंह, बलजीत सिंह बेदी, जगदीश साहू, कामेश्वर बैठा, नेली नाथन, राजेश रुद्रा, राकेश सिन्हा, सुरेन राम, फिरोज रिजवी मुन्ना, संजीत यादव, अभिषेक साहू, गुलाम सरवर रिजवी, राजू राम आदि मौजूद थे.