15.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

संत अन्ना की पुत्रियां होना बड़ी जिम्मेवारी : कार्डिनल

रांची: कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने कहा कि प्रभु यीशु ने मुक्तिदाता के संदर्भ में नबी इसायस की इस भविष्यवाणी पर चलने का निर्णय लिया था – ‘प्रभु का आत्मा मुझ पर छाया रहता है, उसने मुझे भेजा है, जिससे मैं दरिद्रों को सुसमाचार सुनाऊं, बंदियों को मुक्ति का और अंधों को दृष्टिदान का संदेश […]

रांची: कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने कहा कि प्रभु यीशु ने मुक्तिदाता के संदर्भ में नबी इसायस की इस भविष्यवाणी पर चलने का निर्णय लिया था – ‘प्रभु का आत्मा मुझ पर छाया रहता है, उसने मुझे भेजा है, जिससे मैं दरिद्रों को सुसमाचार सुनाऊं, बंदियों को मुक्ति का और अंधों को दृष्टिदान का संदेश दूं, दलितों को स्वतंत्र करूं और प्रभु के अनुग्रह का वर्ष घोषित करू़ं’ यह बुलाहट उनके जीवन का एकमात्र लक्ष्य था़ उनके शिष्यों की बुलाहट भी अपने गुरु व प्रभु से भिन्न नहीं हो सकती़ .

माता मेरी बेर्नादेत्त किस्पोट्टा व उनकी तीन संस्थापिका बहनों ने प्रभु यीशु की इस शिक्षा का उत्साहपूर्वक अनुसरण किया और छोटानागपुर के चमत्कार का गौरवशाली हिस्सा व गवाह बन गयी़ं संत अन्ना की पुत्रियां होना न केवल एक वरदान है, बल्कि एक बड़ी जवाबदेही भी है़ कार्डिनल शनिवार काे संत अन्ना मूलमठ में धर्मसंघ की संस्थापिकाओं की हड़गड़ी की 21वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोही मिस्सा में संदेश दे रहे थे़ उन्होंने कहा कि माता बेर्नादेत्त को धन्यता व संतता के मार्ग पर बढ़ते हुए देखना समस्त स्थानीय कलीसिया के लिए ऐतिहासिक घटना है़ प्रभु के सेवक फादर कांस्टेंट लीवंस माता मेरी बेर्नादेत्त किस्पोट्टा को धन्यता के मार्ग पर बढ़ता देख बहुत खुश होंगे़ धन्यता की इस प्रक्रिया की शुरुआत स्वर्ग से उन्हीं की मध्यस्थता की प्रार्थना का परिणाम है़.

माता बेर्नादेत्त संग्रहालय का उदघाटन : मौके पर कार्डिनल ने मूलमठ में माता बेर्नादेत्त संग्रहालय का उदघाटन भी किया़ इसमें माता बेर्नादेत्त द्वारा प्रयोग किया गया बिस्तर, टेबुल, कुरसी, बरतन, बक्सा, अलमीरा, घड़ी, लालटेन, कपड़े व अन्य वस्तुएं रखी गयी है़ं इस धर्मसंघ द्वारा 121 शिक्षण संस्थान, 87 डिस्पेंसरी, 17 समाज सेवा केंद्र व 142 कांवेंट संचालित किये जा रहे है़ं.
बिशप मास्करेन्हास होंगे ट्रिब्यूनल के एपिस्कोपल डेलिगेट : मिस्सा समारोह के बाद माता मेरी बेर्नादेत्त किस्पोट्टा की संत घोषणा की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए ट्रिब्यूनल की घाेषणा की गयी, जो मदर से जुड़े चमत्कार की साक्षियों की जांच करेगा़ इसमें कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस ऑफ इंडिया के महासचिव, सह रांची महाधर्मप्रांत के पूर्व आॅग्जीलरी बिशप थियोडोर मास्करेन्हास को एपिस्कोपल डेलिगेट बनाया गया है़ वहीं कैनन लाॅ (चर्च कानून ) के विशेषज्ञ फादर जिलसन टीएल प्रोमोटर आॅफ जस्टिस व फादर सेबेस्टियन कोड़ापट्टू नोटेरी होंगे़ संत अन्ना धर्मसमाज की सुपीरियर जेनरल सिस्टर लिंडा मेरी वॉन ऑनर ऑफ द कॉज व सिस्टर लिली ग्रेस टोपनो डीएसए पोस्टूलेटर है़ं

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें