कांग्रेस : संगठन का हाल बेहाल नेताओं में गंठबंधन पर खींचतान

रांची : कांग्रेस संगठन खेमाबंदी से बेहाल है़ नेताओं का अलग-अलग गुट है़ जमीन स्तर पर संगठन पस्त है़ संगठन को दुरुस्त करने की जगह नेताओं को गंठबंधन की चिंता सता रही है़ राज्य मेें अभी चुनाव दूर है, लेकिन पार्टी के नेता गंठबंधन का ही प्लॉट तैयार करने में व्यस्त है़ं नेता अपनी-अपनी सीट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2016 7:38 AM
रांची : कांग्रेस संगठन खेमाबंदी से बेहाल है़ नेताओं का अलग-अलग गुट है़ जमीन स्तर पर संगठन पस्त है़ संगठन को दुरुस्त करने की जगह नेताओं को गंठबंधन की चिंता सता रही है़ राज्य मेें अभी चुनाव दूर है, लेकिन पार्टी के नेता गंठबंधन का ही प्लॉट तैयार करने में व्यस्त है़ं नेता अपनी-अपनी सीट के नफा-नुकसान को तौल कर पार्टियों से तालमेल की बात कर रहे है़ं.

झाविमो और झामुमो के साथ गंठबंधन को लेकर नेताओं में खींचतान चल रहा है़ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित कई दूसरे नेताओं ने बाबूलाल मरांडी के साथ आगे चलने की पहल की है, तो वहीं दूसरे लोग रास्ता काट रहे है़ं पार्टी का एक वर्ग झामुमो को साथ लेकर चलने की वकालत कर रहा है़ प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत भी गंठबंधन को लेकर पार्टी नेताओं के निशाने पर है़ं.

हाल के दिनों में श्री भगत ने सर्वदलीय आंदोलन से पार्टी को दूर रखने की घोषणा कर संकेत दिया था़ प्रदेश अध्यक्ष झामुमो को झाविमो से बड़ा फैक्टर मानते है़ं उधर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार, डॉ सरफराज अहमद, फुरकान अंसारी सहित कई नेता झामुमो के साथ आगे रास्ता बनाना चाहते है़ं कांग्रेस आगे किसके साथ जायेगी, सबकुछ आलाकमान पर निर्भर करता है, लेकिन प्रदेश के नेता इस पर ही अपनी राजनीतिक गोटी सेट करने में लगे है़ं.
राहुल ने संगठन के काम में जुटने की दी है हिदायत : पिछले दिनों प्रदेश के कुछ वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने पहुंचे थे़ नेताओें ने श्री गांधी के सामने गंठबंधन को लेकर अपनी बातें रखीं. आलाकमान के दरबार में भी अपनी-अपनी दलील दी़ सुबोधकांत सहाय ने सर्वदलीय आंदोलन के बाबत बताया, तो डाॅ अजय, डॉ सरफराज अहमद सहित दूसरे नेताओं ने झामुमो को लेकर अपनी बातेें रखी़ं राहुल गांधी ने फिलहाल गंठबंधन को छोड़ संगठन के काम में जुटने को कहा़.

Next Article

Exit mobile version