19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दो बार इनकम टैक्स में कटौती

रांची: रांची विवि के स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षकों को एक वित्तीय वर्ष में दो बार इनकम टैक्स भरना पड़ेगा. ऐसा विवि द्वारा स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकों को दिये गये वेतन ब्योरा से हुआ है. शिक्षक इसे लेकर परेशान हैं और इसकी शिकायत वित्त विभाग से की है. जानकारी के अनुसार रांची विवि के शिक्षकों को […]

रांची: रांची विवि के स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षकों को एक वित्तीय वर्ष में दो बार इनकम टैक्स भरना पड़ेगा. ऐसा विवि द्वारा स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकों को दिये गये वेतन ब्योरा से हुआ है.

शिक्षक इसे लेकर परेशान हैं और इसकी शिकायत वित्त विभाग से की है. जानकारी के अनुसार रांची विवि के शिक्षकों को पिछले वित्तीय वर्ष (2012-13) में छठे वेतनमान के तहत अप्रैल 2010 से फरवरी 2011 तक के एरियर का भुगतान किया गया.

इसमें आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता भी शामिल था. एरियर भुगतान के बाद रांची विवि प्रशासन ने मानव संसाधन विकास विभाग के हवाले से शिक्षकों को जानकारी दी कि शिक्षकों को दिये गये आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता का एरियर नहीं दिया जायेगा. इसलिए विवि अब आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता के मद में दी गयी राशि वापस ले लेगी. शिक्षकों ने विवि के इस फैसले का विरोध किया. इसके बाद विवि प्रशासन ने स्पष्ट किया कि राशि की कटौती नहीं की जायेगी. इसके तहत विवि ने पूरे एरियर (वेतन के साथ-साथ आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता भी शामिल) पर टैक्स की कटौती कर ली. बाद में पुन: विवि प्रशासन ने मई-जून 2013 के वेतन से पूर्व में दिये गये आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता मद की राशि की कटौती भी कर ली.

इसके तहत प्रत्येक शिक्षक के वेतन से लगभग 30 से 50 हजार रुपये की कटौती की गयी. विवि के वित्त विभाग द्वारा स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकों को उपलब्ध कराये गये वर्ष 2013-14 के वेतन ब्यौरा में आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता के मद में कटौती की गयी राशि का कोई जिक्र ही नहीं किया है. इससे शिक्षकों का वेतन स्टेटमेंट में स्लैब बढ़ा हुआ दिख रहा है. इसके आधार पर ही शिक्षकों को इनकम टैक्स चुकाना होगा. शिक्षकों का कहना है कि एक ही वर्ष में एक ही भुगतान के लिए दो बार कैसे टैक्स दिया जा सकता है. विवि ने पहले ही उक्त राशि पर टैक्स की कटौती कर ली है. शिक्षकों ने इसकी शिकायत वित्त विभाग से की है. वित्त विभाग ने शिक्षकों को बताया है कि आवास भत्ता व चिकित्सा भत्ता के मद में टैक्स की कटौती नहीं की गयी थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें