रांची के जेवर दुकानों का सर्वे

रांची : 500-1000 के पुराने नोट बंद होने के बाद सोना, चांदी व हीरा में काला धन निवेश किये जाने की सूचना पर आयकर विभाग ने जेवर दुकानों का सर्वे शुरू किया है.आयकर उप निदेशक मयंक मिश्रा व उपायुक्त रंजीत मधुकर के नेतृत्व में अफसरों ने रांची, रामगढ़ के जेवर दुकानों का सर्वे किया. रांची […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2016 12:34 AM
रांची : 500-1000 के पुराने नोट बंद होने के बाद सोना, चांदी व हीरा में काला धन निवेश किये जाने की सूचना पर आयकर विभाग ने जेवर दुकानों का सर्वे शुरू किया है.आयकर उप निदेशक मयंक मिश्रा व उपायुक्त रंजीत मधुकर के नेतृत्व में अफसरों ने रांची, रामगढ़ के जेवर दुकानों का सर्वे किया. रांची के कुंदन, हीरा पन्ना, न्यू अलका व अलका ज्वेलर्स, त्रिभुवन एंड संस के रांची व रामगढ़ स्थित दुकानों का सर्वे किया गया.
500-1000 के नोट बंद किये जाने के बाद इन व्यापारिक प्रतिष्ठानों द्वारा बेचे गये सोना, चांदी और हीरा के जेवरात से जुड़े दस्तावेज की जांच की जा रही है. संबंधित दुकानों में दीपावली के बाद और इससे पहले हुई खरीद-बिक्री के आंकड़े भी जुटाये जा रहे हैं. इसका उद्देश्य सोना में निवेश किये गये काला धन का पता लगाना है. विभागीय अधिकारियों को इस बात की आशंका है कि 500-1000 के नोटों का प्रचलन बंद होने का बाद जिन लोगों ने नकद भुगतान कर जेवर खरीदे हैं, उनका वह धन आयकर में घोषित नहीं है.

अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि आठ नवंबर की रात आठ बजे के बाद किन-किन लोगों ने जेवर खरीदे हैं. सर्वे से मिले आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद जेवर खरीदने में काला धन इस्तेमाल करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

दस्तावेजों की हो रही जांच
आठ नवंबर की रात आठ बजे के बाद जेवर खरीदनेवालों पर नजर
सर्वे का उद्देश्य सोना में निवेश किये गये काला धन का पता लगाना है
आयकर की जद में आये दुकान
त्रिभुवन ज्वेलर्स : रोस्पा टावर
कुंदन ज्वेलर्स : मेन रोड
हीरा पन्ना : मेन रोड
न्यू अलका और अलका ज्वेलर्स : अपर बाजार
त्रिभुवन ज्वेलर्स : रामगढ़

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