परेशानी: नोटबंदी के 14 दिन बाद भी सुचारू नहीं हो पाया बैंकों का कामकाज, चेक क्लियरेंस का काम लटका

रांची: राजधानी के क्लियरिंग हाउस में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक चेक आ रहे हैं. अधिकतर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 100 रुपये, 50 रुपये और 20 रुपये के नोटों की भारी कमी हो गयी है. रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को दो हजार रुपये के बड़े नोट ही दिये जा रहे हैं. छोटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2016 1:51 AM
रांची: राजधानी के क्लियरिंग हाउस में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक चेक आ रहे हैं. अधिकतर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 100 रुपये, 50 रुपये और 20 रुपये के नोटों की भारी कमी हो गयी है. रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को दो हजार रुपये के बड़े नोट ही दिये जा रहे हैं. छोटे नोटों की कमी से अधिकतर बैंकों की शाखाओं में खाताधारकों की ही मांग पूरी हो रही है.
जोनल और क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकार हुए कम : अधिकतर बैंक प्रबंधन ने आंचलिक और क्षेत्रीय कार्यालय की शक्तियां अपने में सन्निहित कर ली है. आंचलिक और क्षेत्रीय कार्यालयों के पास एटीएम को अपग्रेड करने का अधिकार अब नहीं रहा. बैंकों के मुख्यालय से ही एटीएम को अपग्रेड करने का निर्णय लिया जाने लगा है.
आइसीआइसीआइ बैंक का सर्वर हुआ डाउन :आइसीआइसीआइ बैंक का सर्वर पिछले दो दिनों से खराब हो गया है. बैंक के खाताधारकों के नाम से होनेवाले पैसे के लेन-देन इससे प्रभावित हुए हैं. खास कर नेटबैंकिंग, ई-ट्रांसफर, आरटीजीएस और एनइएफटी के काम बैंक के सर्वर की वजह से प्रभावित हुए हैं. बैंक इसे ठीक करने में लगे हुए हैं.
बैंकों की शाखाएं खोले रखने का नहीं आया आदेश : शनिवार और रविवार को बैंकों की शाखाएं खोले रखने का अब तक आरबीआइ की ओर से कोई आदेश नहीं आया है. महीने के चौथे शनिवार की बैंकों में छुट्टी है. इसके बाद 27 नवंबर को रविवार का अवकाश है.
नगदी का अभाव दूर करे रिजर्व बैंक : बेफी
बैंकिंग इंपलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बेफी) के झारखंड शाखा के महामंत्री एमएल सिंह ने रिजर्व बैंक से छोटे नोटों (नगदी) के अभाव को दूर करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि बैंकों ही नहीं बाजार में 86 प्रतिशत कारोबार में छोटे नोटों का प्रचलन 14 दिनों में काफी कम हो गया है. इससे आम जनता और अन्य को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने बैंकों में शॉर्टिंग मशीन और नोट गिनने की मशीन की अधिक से अधिक संख्या में उपलब्धता पर जोर दिया है. उन्होंने सहकारी बैंकों से भी पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट बदलने की अनुमति रिजर्व बैंक से देने की मांग भी की है.

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