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सर्राफा बाजार : 15 दिनों में मात्र 10 करोड़ का कारोबार

रांची : नोटबंदी की मार से सर्राफा बाजार का कारोबार ठप हो गया है. लगन का मौसम है, लेकिन बाजार में रौनक नहीं है. सामान्य खरीदारी भी बैठ गयी है. बहुत कम घरों के लोग खरीदारी के लिए ज्वेलरी दुकानों में पहुंच रहे हैं. नोटबंदी के बाद से बाजार से ग्राहक गायब हो गये हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2016 1:26 AM
रांची : नोटबंदी की मार से सर्राफा बाजार का कारोबार ठप हो गया है. लगन का मौसम है, लेकिन बाजार में रौनक नहीं है. सामान्य खरीदारी भी बैठ गयी है. बहुत कम घरों के लोग खरीदारी के लिए ज्वेलरी दुकानों में पहुंच रहे हैं. नोटबंदी के बाद से बाजार से ग्राहक गायब हो गये हैं. खरीदारी नहीं होने से सर्राफा व्यवसायी परेशान हैं. जो खरीदारी हो रही है, वह ऑनलाइन के भरोसे चल रही है.
छोटे कारोबारियों का कारोबार करना मुश्किल : रांची में छोटी-बड़ी दुकानें मिल कर हर माह लगभग 240-250 करोड़ रुपये का कारोबार करती हैं. लगभग 15 दिनों में कारोबार 10-12 करोड़ रुपये हो पाया है. खास कर छोटे कारोबारियों का कारोबार चलाना मुश्किल हो गया है. स्थानीय बुलियन से उन्हें मेटल नहीं मिल पा रहा है.
कई कारीगर चले गये गांव : व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद कारोबार ठप हो गया है. अभी स्थिति यह हुई है कि कई कारीगर काम ठप होने के कारण गांव चले गये हैं. स्थिति सामान्य होने तक यही स्थिति रहेगी.
कई जगहों पर फंसा पैसा : व्यापारियों का कहना है कि कई जगहों पर नोटबंदी के पहले उधार में गहने दिये गये थे. कई लोग पुराने नोट लेकर आये थे. इस कारण पैसा नहीं लिया गया. अब ऐसे कई लोग और अधिक समय मांग रहे हैं.
पैसा नहीं, कहां से खरीदें सोना : जिन लोगों के पास नकद पैसा है, वह सोना खरीदने की जगह शादी से जुड़ी अन्य तैयारियों में खर्च कर रहे हैं. व्यापारी आगे भी तीन-चार माह तक सोने का कारोबार ऐसा ही रहने की आशंका जता रहे हैं.

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