सड़क को चौड़ा तो कर रहे हैं, पर पोल पेड़ और ट्रांसफारमर तो हटाये ही नहीं

चिंताजनक. कांटाटोली-बूटी मोड़ मार्ग के चौड़ीकरण में नजरंदाज की जा रहीं हैं चुनौतियां कांटाटोली-बूटी मोड़ सड़क चौड़ीकरण योजना पर काम तो चल रहा है, लेकिन इसमें बड़ी चुनौतियां सामने आ रही है. चिंताजनक यह है कि इन चुनौतियों से निबटने बगैर ही सड़क व नाली का निर्माण कराया जा रहा है. निर्माण के बीच में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2016 8:18 AM
चिंताजनक. कांटाटोली-बूटी मोड़ मार्ग के चौड़ीकरण में नजरंदाज की जा रहीं हैं चुनौतियां
कांटाटोली-बूटी मोड़ सड़क चौड़ीकरण योजना पर काम तो चल रहा है, लेकिन इसमें बड़ी चुनौतियां सामने आ रही है. चिंताजनक यह है कि इन चुनौतियों से निबटने बगैर ही सड़क व नाली का निर्माण कराया जा रहा है. निर्माण के बीच में पड़नेवाले बिजली के पोल व ट्रांसफरमर तक किनारे शिफ्ट नहीं हुए हैं और काम कराया जा रहा है. इससे यह साफ है कि सड़क चौड़ीकरण के दौरान संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित नहंी किया जा रहा है.
रांची : कांटाटोली-बूटी मोड़ सड़क चौड़ीकरण योजना के तहत कोकर चौक के आगे कई जगहों पर नाली तो बना दी गयी है, लेकिन बिजली के खंभे सड़क पर ही हैं. पांच जगहों पर ट्रांसफरमर भी सड़क पर ही हैं. करीब 225 छोटे-बड़े पेड़ भी नाली के अंदर यानी सड़क पर आ गये हैं. इनमें पीपल, बरगद व अाम के कई विशाल पेड़ शामिल हैं.
इस सड़क के चौड़ीकरण में चुनौतियां सिर्फ इतनी नहीं है, बल्कि अभी दो-दो पुलों का निर्माण भी कराना होगा. सड़क चौड़ीकरण के हिसाब से कोकर चौक के आगे व खेलगांव के पास वाले दो पुलों का या निर्माण कराना होगा. वहीं एक कोकर चौक के पहले व एक हनुमान नगर जानेवाली गली के आगे दो-दो कलवर्ट भी बनाने होंगे. बीच-बीच में तीन जगहों पर पथ विभाग का विशाल स्वागत द्वार बना हुआ है, इसे भी शिफ्ट करने की जरूरत होगी. इन पर अभी कोई काम नहीं हुआ है.
शिफ्ट नहीं हुए पोल-ट्रांसफारमर, तो होगी दुर्घटनाएं : सड़क चौड़ीकरण की अधिकतर योजनाएं बिजली के पोल नहीं हटाने के कारण फेल हो रही है. यानी इन योजनाअों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. चौड़ीकरण का लाभ मिलने के बजाय दुर्घटनाएं हो रही हैं. अगर इस सड़क से भी पोल-ट्रांसफारमर नहीं हटे, तो बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती है, क्योंकि इस सड़क पर भारी वाहनों का परिचालन अधिक होता है.
क्या कहता है प्रावधान
प्रावधान के मुताबिक सड़क चौड़ीकरण व नाली निर्माण के पहले यूटिलिटी शिफ्टिंग करना है. यानी सारे पाइप लाइन के साथ ही बिजली के पोल भी शिफ्ट कर लेने हैं, पर यहां भी बिजली के पोल व ट्रांसफारमर सड़क पर ही रह गये. बिना शिफ्ट किये ही काम कराया जा रहा है. सड़क किनारे के दुकानदारों का कहना है कि सड़क तो चौड़ी हो जायेगी, लेकिन पोल हटेंगे या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है.
धर्मकांटा व पेट्रोल पंप का करना होगा ख्याल
नाली निर्माण में धर्मकांटा व पेट्रोल पंप का ख्याल रखना होगा. कांटाटोली से बूटी मोड़ के बीच दो धर्मकांटा व तीन पेट्रोल पंप हैं. इनमें भारी वाहनों का प्रवेश होगा. ऐसे में नाली बनाते समय इसकी ढलाई पर विशेष ध्यान देना होगा. अगर ढलाई अधिक मजबूत नहीं हुई, तो भारी वाहनों के दबाव से क्षतिग्रस्त हो जायेगा. ऐसे में नाली का पूरा सिस्टम फेल हो सकता है.

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