जिला स्तरीय कस्तूरबा समागम : कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा, सफलता के लिए अनुशासन आवश्यक
रांची: कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा है सफलता के अनुशासन आवश्यक है. जीवन में सफलता उसी को मिलती है, जो अनुशासित ढंग से अपना काम करते हैं. विकास के लिए शिक्षा आवश्यक है. शिक्षा के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. कल्याण मंत्री गुरुवार को बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम मोरहाबादी में […]
रांची: कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा है सफलता के अनुशासन आवश्यक है. जीवन में सफलता उसी को मिलती है, जो अनुशासित ढंग से अपना काम करते हैं. विकास के लिए शिक्षा आवश्यक है. शिक्षा के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. कल्याण मंत्री गुरुवार को बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम मोरहाबादी में आयोजित जिला स्तरीय कस्तूरबा समागम के उदघाटन समारोह में बोल रहीं थी.
इसमें जिला के 13 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की चार हजार छात्राओं ने भाग लिया. जिला स्तर पर चयनित छात्राएं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगी. कल्याण मंत्री ने कहा कि कस्तूरबा स्कूल की छात्राएं पढ़ाई के साथ- साथ खेलकूद व अन्य क्षेत्र में भी बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं. कस्तूरबा विद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र की छात्राएं पढ़ती हैं.
इस तरह के आयोजन से छात्राओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका मिलता है.आनेवाले दिनों में सरकार और कस्तूरबा विद्यालय खोलेगी. राज्य में वर्तमान में 203 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय है. 57 नये विद्यालय खोलने को स्वीकृति दी गयी है. दक्षिणी छोटानगपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक एएन ठाकुर ने कहा कि बाल सामागम व कस्तूरबा समागम विद्यालय से स्तर राज्य स्तर तक हाेती है. विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है. मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर, जिला शिक्षा अधीक्षक शिवेंद्र कुमार समेत प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी उपस्थित थे. मंच संचालन राजकीयकृत मध्य विद्यालय पंडरा के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह ने किया.
कस्तूरबा स्कूल सोनाहतू ऑवर ऑल चैंपियन
कस्तूरबा समागम में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सोनाहातू को ऑवर ऑल चैंपियन घोषित किया गया. कस्तूरबा विद्यालय सिल्ली को द्वितीय व कस्तूरबा स्कूल बुंडू को तृतीय स्थान मिला. वहीं फुटबॉल व हॉकी में कस्तूरबा स्कूल बुंडू की टीम विजेता बनी.
मंत्री ने दिया कैटरर को ब्लैक लिस्टेड करने का निर्देश
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद मंत्री समागम में भाग लेने आये बच्चों के खाना की तैयारी देखने गयी. मंत्री ने खुले में भात व अन्य सामग्री रखा देख नाराजगी जतायी. छात्राओं के खाने के लिए बैठने की भी व्यवस्था नहीं थी. छात्राएं नीचे तो कही सीढ़ी पर बैठ कर खाना खा रहीं थीं. मंत्री इसे देख काफी नाराज हुई. उन्होंने कहा कि छात्राएं गांव से आयी हैं, इसका मतलब यह नहीं है, उन्हें कहीं भी बैठा कर खिला दिया जाये. उन्होंने जिला शिक्षा अधीक्षक से पूछा कि कार्यक्रम का आयोजनकर्ता कौन है? डीएसइ ने बताया कि उनके कार्यालय द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस पर उन्होंने आगे से इन बातों का ख्याल रखने का निर्देश दिया. मंत्री ने खाना बनानेवाले कैटरर के बारे में पूछा. उन्होंने कैटरर को ब्लैक लिस्टेड करने व आगे काम नहीं देने का निर्देश दिया. मंत्री ने खाने की व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण जिला शिक्षा अधीक्षक शिवेंद्र कुमार को भी फटकार लगायी. मंत्री के निर्देश के अनुरूप जिला शिक्षा अधीक्षक ने कैटरर का कार्यादेश रद्द कर दिया.
दौड़ के दौरान बेहोश हुई छात्राएं, नहीं थे डॉक्टर
चार सौ मीटर दौड़ के दौरान तीन छात्राएं गिर गयी. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बुंडू की छात्रा संगीता कुमारी बीच ट्रैक पर ही बेहोश होकर गिर गयी. आयोजन में लगे शिक्षक व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी छात्रा को देखकर भी वहां से चल दिये. बाद में विद्यालय की कुछ छात्राएं अपने से बेहोश छात्रा को उठाकर मैदान से बाहर ले गयी. बेहोश छात्रा को पानी दिया. कुछ देर बाद जब छात्रा को होश आया, तो संबंधित शिक्षक आये और उसे वहां से ले गये. इसके अलावा एक और छात्रा दौड़ पूरी करने के बाद गिर गयी. मैदान छात्राओं के प्राथमिक इलाज की कोई व्यवस्था नहीं थी. कार्यक्रम के दौरान किसी चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति नहीं की गयी थी. मैदान का ट्रैक भी खेलकूद के अनुकूल नहीं था. इससे भी छात्राओं को काफी परेशानी हुई.