श्रीनगर/धनबाद: श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंपोर में शनिवार को आतंकियों ने एक बार फिर सेना के काफिले को निशाना बनाया. हमले में धनबाद के शशिकांत पांडेय सहित सेना के तीन जवान शहीद हो गये. दो जवान घायल हो गये. वारदात को अंजाम देने के बाद भीड़ का फायदा उठाकर आतंकी फरार हो गये. धरपकड़ के लिए सेना ने सर्च आॅपरेशन चलाया, जो देर रात तक जारी रहा. अभी तक किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. वैसे लश्कर पर शक है.
सेना का काफिला जम्मू से श्रीनगर आ रहा था. आतंकियों ने दोपहर तीन बजे के आसपास पुलवामा जिले के पंपोर टाउन में कदलाबाल में निशाना बनाया. मोटरसाइकिल सवार तीन आतंकियों ने काफिले पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. शशिकांत पांडेय (21) जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के जियलगोरा पोस्ट ऑफिस के समीप रहनेवाले राजेश्वर पांडेय के पुत्र थे. वह 2013 में सेना में बहाल हुए थे. शशिकांत के बड़ा भाई श्रीकांत पांडेय सीआरपीएफ धनबाद के प्रधान खंटा में पदस्थापित हैं. मूलत: बिहार के मोतिहारी जिले के गोविंदगंज थाना अंतर्गत बभनौली गांव के रहनेवाले हैं.
पिता को मिली शहादत की सूचना
कश्मीर में सेना के वरीय अफसर ने राजेश्वर पांडेय को उनके पुत्र शशिकांत के शहीद होने की सूचना दी. शशिकांत की मां ललिता देवी शुक्रवार को ही पैतृक गांव मोतिहारी गयी हैं. भाभी व छोटी बहन सिंधु समेत अन्य का रो-रो कर बुरा हाल है. शशिकांत दो भाई व दो बहन हैं. शशिकांत ने जोड़ापोखर ज्ञान भारती स्कूल से मैट्रिक व आरएसपी कॉलेज से इंटर पास किया था. पिता का कहना है कि शशिकांत की प्रोन्नति होनेवाली थी. उसने अफसर बनने के लिए परीक्षा दी थी. बेटे की शहादत पर पिता को गर्व है. पिता का आरोप है कि सैनिक शहीद हो रहे हैं और केंद्र सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. एसएसपी मनोज रतन चौथे ने शहीद के पिता से फोन पर बात की. जिला पुलिस शहीद सैनिक को राजकीय सम्मान के साथ अंत्योष्टि करेगी.