एलइडी से रोशन होगा रिम्स!
रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बल्ब और ट्यूब को हटा कर अगर एलइडी लाइट लगा दी जाये, तो बिजली मद में होनेवाले 40 फीसदी खर्च को बचाया जा सकता है. जरेडा और यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) की टीम ने यह प्रारंभिक आकलन किया है. टीम के सदस्य रिम्स अस्पताल परिसर […]
रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बल्ब और ट्यूब को हटा कर अगर एलइडी लाइट लगा दी जाये, तो बिजली मद में होनेवाले 40 फीसदी खर्च को बचाया जा सकता है. जरेडा और यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) की टीम ने यह प्रारंभिक आकलन किया है. टीम के सदस्य रिम्स अस्पताल परिसर का सर्वे कर रहे हैं.
सर्वे कर रही टीम के सदस्य का कहना है कि अस्पताल परिसर में अधिकांश जगह सामान्य बल्ब और ट्यूब लाइट लगे हैं. इससे बिजली की काफी खपत होती होगी. सर्वे कर प्रबंधन को रिपोर्ट सौंप दी जायेगी. इसके बाद रिम्स प्रबंधन को यह निर्णय लेना है कि वह आगे के लिए क्या कदम उठाती है. गौरतलब है कि रिम्स में पहले से ही जरेडा की मदद से सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति की जा रही है. इससे रिम्स प्रबंधन को नौ लाख रुपये बिजली बिल के मद में बचत हो रही है.
यूएनडीपी बतायेगा एलइडी के लिए कहां से मिलेगी मदद : सर्वे करने के बाद यूएनडीपी प्रबंधन को यह भी बतायेगा कि एलइडी बल्ब के लिए मदद कहां से मिलेगी. वैसे बल्ब के लिए बैंक की तरफ से फंड उपलब्ध कराया जायेगा. एलइडी लगाने के बाद बिजली मद से जो पैसे बचेंगे, उससे बैंक की किस्त भरी जायेगी. बैंक उपलब्ध कराये गये फंड का किस्त तय करेगा.