संगठित भारत का निर्माण करें : दत्तात्रेय

आरएसएस रांची महानगर के महाएकत्रीकरण में शामिल हुए 82 शाखा व 13 मिलन रांची : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि संघ की चर्चा आज देश-दुनिया में हो रही है. सभी इसके कार्यों के बारे में जानते हैं. संघ देशभक्तों का संगठन है. इसका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2016 6:23 AM
आरएसएस रांची महानगर के महाएकत्रीकरण में शामिल हुए 82 शाखा व 13 मिलन
रांची : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि संघ की चर्चा आज देश-दुनिया में हो रही है. सभी इसके कार्यों के बारे में जानते हैं. संघ देशभक्तों का संगठन है.
इसका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी व्यक्ति अपने और परिवार के लिए काम करते हैं. स्वयंसेवक समाज व राष्ट्रहित में काम करें. प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में महापुरुष बनें. किसी एक व्यक्ति, एक महापुरुष एक अवतरित पुरुष को ठेका नहीं देना है. संघ का दायित्व लोगों में यह भाव जागृत करना है. स्वयंसेवक अगली पीढ़ी पर काम नहीं छोड़ें. वर्तमान पीढ़ी में स्वर्णिम, वैभवशाली और संगठित भारत का निर्माण करें. स्वयंसेवक आत्मविश्वास और ईमानदारी से सेवा के कार्यों में लगे रहें.
श्री होसबोले रविवार को धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रांची महानगर की ओर से आयोजित महाएकत्रीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. महाएकत्रीकरण में रांची महानगर के 82 शाखा व 13 मिलन ने हिस्सा लिया. श्री होसबोले ने कहा कि संघ ने अपने सेवा कार्य से पिछले 90 साल में पूरे भारत वर्ष में अपनी पहचान बनायी.
लद्दाख से लेकर अंडमान तक संघ की शाखा लगती है. संघ के स्वयंसेवक अपने जीवन को राष्ट्रीय एकात्मता में पिरोयें. संघ के स्वयंसेवक अनुशासित हैं. समाज में सामूहिक अनुशासन लाने का प्रयास संघ ने किया है. यही वजह है कि संघ के अनुशासन की प्रशंसा की जाती है. उन्होंने कहा कि संघ संस्कार की पाठशाला है. देश को बदलने के लिए पागलपन चाहिए. संघ की शाखा रामबाण है. अगर आप एक घंटा बिना तनाव के रहेंगे, तो आप स्वस्थ्य रहेंगे. संघ डेढ़ लाख स्थानों पर सेवा कार्य कर रहे हैं. हम इसका प्रचार नहीं करते हैं. स्वयंसेवक भक्ति का सौदा नहीं करते. उन्होंने कहा कि राम के वनवास के कार्य, दिव्य गीता ज्ञान का संदेश, देश के हर प्रकार का इतिहास, प्राकृतिक आपदा में स्वयंसेवकों का दौड़ कर जाना और सर्जिकल स्ट्राइक वंदेमातरम है. आरएसएस ने अपनी कार्य पद्धति में देश की अच्छी परंपराओं को शामिल किया. देश व समाज की कुरीतियों, छुआछूत, जाति भेद, भ्रष्टाचार जैसी चीजों को समाप्त करना स्वयंसेवकों का कार्य है. मौके पर क्षेत्र संघचालक सिद्धनाथ सिंह, प्रांत संघचालक देवव्रत पाहन, महानगर संघचालक सत्यनारायण कंठ, प्रांत कार्यवाह नवल, सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल, अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वांत रंजन, क्षेत्र प्रचारक रामदत्त चक्रधर आदि थे.
रविशंकर बने संघ के नये प्रांत प्रचारक
रांची. रविशंकर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ झारखंड का नया प्रांत प्रचारक बनाया गया है. यह जानकारी सह प्रांत प्रमुख संजय कुमार आजाद ने दी. निवर्तमान प्रांत प्रचारक अनिल मिश्रा को चित्रकूट प्रकल्प भेजा गया है. रविशंकर इससे सह प्रांत प्रचारक के रूप में काम कर रहे थे, इनका केंद्र धनबाद था. लंबे समय से संघ से जुड़े रविशंकर विभाग प्रचारक के रूप में काम कर चुके हैं.

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