कांग्रेस नेता रामेश्वर उरांव ने कहा, एक्ट में संशोधन पर दिख रही शांति भविष्य की आंधी

रांची : एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता रामेश्वर उरांव ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट आदिवासी-मूलवासियों की जमीन को संरक्षित करने के लिए बनाया गया था़ इसका संघर्ष का इतिहास है़ इसकी पृष्ठभूमि है, जिसे समझना होगा़ सरकार को खबरदार रहना चाहिए़ अभी जो शांति दिख रही है, वह भविष्य की आंधी है़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2016 1:01 AM
रांची : एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता रामेश्वर उरांव ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट आदिवासी-मूलवासियों की जमीन को संरक्षित करने के लिए बनाया गया था़ इसका संघर्ष का इतिहास है़ इसकी पृष्ठभूमि है, जिसे समझना होगा़ सरकार को खबरदार रहना चाहिए़ अभी जो शांति दिख रही है, वह भविष्य की आंधी है़ श्री उरांव बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे़ उन्होंने कहा कि अंगरेजों के शासनकाल में आदिवासियों और मूलवासियों की जमीन छीनी जा रही थी़ सिदो-कान्हो, बिरसा मुंडा के संघर्ष के बाद यह कानून मिला था़.
श्री उरांव ने कहा कि कृषि योग्य जमीन की प्रकृति बदल कर गैर कृषि योग्य जमीन करने का प्रावधान किया गया है़ यह प्रावधान घातक है़ मौके पर सांसद प्रदीप बलमुचु, पूर्व सांसद धीरज साहू, डॉ गुलफाम मुजीबी, जयशंकर पाठक, मदन मोहन शर्मा, सतीश पॉल मुंजनी और मानस सिन्हा मौजूद थे़.
सरकार ने संख्या बल का गलत इस्तेमाल किया : बलमुचु :सांसद प्रदीप बलमुचु ने कहा कि सरकार ने विधानसभा में संशोधन को पास कराने के लिए संख्या बल का गलत इस्तेमाल किया़ मुख्यमंत्री उद्योगपतियों को बुलाने के लिए विदेश दौरा कर रहे हैं, इधर राज्य में कल-कारखाने बंद हो रहे है़ं विधि-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है़ मुख्यमंत्री के गृह जिला में कोर्ट मेें दिनदहाड़े हत्या हो जाती है़ राजधानी में लूट, दुष्कर्म हो रहे है़ं सरकार को बताना चाहिए कि विदेश यात्रा से राज्य को कितना फायदा हुआ़ सरकार बताये कि वहां कौन सी कंपनी है़ किसके साथ एमआेयू हुआ.

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