झारखंड : दलित के दाह-संस्कार के लिए नहीं मिला कफन, CM तक पहुंची बात, यह है मामला

रांची : लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित बारियातू गांव निवासी दलित सुरेश राम रजक का शव 20 दिसंबर को अंबाटोली गांव के पास एक पुराने कुएं से मिला था. सुरेश राम की पत्नी अनिता देवी का आरोप है कि एक पुराना केस उठाने के लिए गांव के ही बजरंग प्रसाद उन्हें धमकी देते थे. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2016 1:28 AM
रांची : लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित बारियातू गांव निवासी दलित सुरेश राम रजक का शव 20 दिसंबर को अंबाटोली गांव के पास एक पुराने कुएं से मिला था. सुरेश राम की पत्नी अनिता देवी का आरोप है कि एक पुराना केस उठाने के लिए गांव के ही बजरंग प्रसाद उन्हें धमकी देते थे. पांच मार्च 2009 को बालूमाथ थाने में और 17 जनवरी व 25 जुलाई 2011 तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में इसकी भी शिकायत की गयी थी. मामले में 16 दिसंबर को कोर्ट में सुनवाई थी. कोर्ट से लौटते समय बस में भी बजरंग प्रसाद ने धमकी दी.

17 दिसंबर को घर में आकर भी धमकाया. इसके बाद 18 दिसंबर को उनका पति सुरेश राम गायब हो गये. 20 दिसंबर की सुबह उनका शव कुएं में मिला. अनिता देवी का आरोप है कि उसके पति की हत्या की गयी है और इसमें बजरंग प्रसाद का हाथ है. यही नहीं, पति की मौत के बाद बजरंग प्रसाद और गांव के अन्य लोगों ने अंतिम संस्कार में भी बाधा उत्पन्न की.

स्थानीय दुकानदार ने कफन तक नहीं दिया. गांव के ब्राह्मण व नाई ने अंतिम संस्कार कराने से भी इनकार कर दिया. दूसरे गांव से आये नाई छेदी ठाकुर को भी धमका कर भगा दिया. इसके बाद बालूमाथ से कफन और अन्य सामग्री लाकर किसी तरह उसके पति के अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की गयी. अनिता का कहना है कि बजरंग प्रसाद के ही दबाव में उसके पति के अंतिम संस्कार में बाधा उत्पन्न की गयी. पेशे से शिक्षक अनिता देवी सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलने प्रोजेक्ट बिल्डिंग गयी. मुख्यमंत्री के नहीं मिल पाने के कारण उनके ओएसडी राकेश चौधरी को आवेदन दिया और न्याय की गुहार लगायी. अनिता देवी का आरोप है कि बालूमाथ थाना प्रभारी भी बजरंगी प्रसाद की जाति के हैं, इस कारण शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. गांव में दो ही परिवार उनकी जाति के हैं.
2007 से चल रहा था विवाद
अनिता देवी बताती हैं कि वर्ष 2007 में वह शिक्षिका बनी थी. इसके बाद बजरंग प्रसाद उनसे 1.50 लाख रुपये की मांग करने आये थे. पैसे नहीं देने पर 13 नवंबर 2007 को उसके साथ मारपीट की. पति को भी पीटा. इसे लेकर एससी-एसटी थाना लातेहार में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसकी सुनवाई लातेहार कोर्ट में चल रही है. बजरंग साव इसी केस को उठाने के लिए दबाव बनाते थे. जान से मारने की बार-बार धमकी देते थे. 16 दिसंबर को मामले की सुनवाई थी. वह अपने पति के साथ कोर्ट गयी थी. अनिता देवी ने बताया कि जिस बस से वह और उसके पति लातेहार कोर्ट गये थे, उसी में बजरंग प्रसाद व उनके लोग भी सवार थे. गवाही के बाद कोर्ट परिसर में ही बजरंग प्रसाद ने जान से मारने की धमकी दी थी. अनिता देवी ने बताया कि इसकी जानकारी उन्होंने उसी समय सरकारी अधिवक्ता को दी थी. कोर्ट से लौटने के दौरान बस में भी बजरंग प्रसाद ने धमकाया. 17 दिसंबर को वह घर आये और जान से मारने की फिर से धमकी दी. इसके बाद 18 दिसंबर को पति सुरेश राम गायब हो गये. 20 दिसंबर की सुबह उनका शव कुआं में मिला. आरोपी बजरंग प्रसाद का विधायक प्रकाश राम से बेहतर संबंध हैं. िवधायक ने भी केस नहीं उठाने पर उसका (अनिता) का ट्रांसफर करवा िदया था.
एसपी ने कहा सुरेश की डूबने से हुई है मौत, हर पहलू की हो रही जांच
अनिता देवी की शिकायत पर लातेहार के एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सुरेश राम की मौत डूबने से हुई है. इस आशंका की जांच की जा रही है कि कहीं नशा खिलाने के बाद कुएं में गिरा कर सुरेश की हत्या तो नहीं की गयी. उन्होंने बताया कि गांव के लोगों ने बजरंग प्रसाद को निर्दोष बताया है. कफन नहीं खरीदने देने, अंतिम संस्कार में बाधा उत्पन्न करने के आरोपों की जांच की जा रही है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी. जरूरत पड़ी तो पुलिस के स्तर से श्राद्ध-कर्म कराने के लिए पहल की जायेगी.

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