नोटबंदी से परेशान नक्सली व अपराधी कर सकते हैं बैंक लूट
रांची : नोटबंदी से परेशान नक्सली व अपराधी झारखंड में बैंक डकैती या लूट की घटना को अंजाम दे सकते हैं. इससे संबंधित एक पत्र सीआइडी एडीजी ने रांची एसएसपी सहित दूसरे जिलों के एसपी को लिखा है. सीआइडी एडीजी ने पत्र में लिखा है कि नोटबंदी से अपराधी और नक्सली को आर्थिक नुकसान हुआ […]
रांची : नोटबंदी से परेशान नक्सली व अपराधी झारखंड में बैंक डकैती या लूट की घटना को अंजाम दे सकते हैं. इससे संबंधित एक पत्र सीआइडी एडीजी ने रांची एसएसपी सहित दूसरे जिलों के एसपी को लिखा है. सीआइडी एडीजी ने पत्र में लिखा है कि नोटबंदी से अपराधी और नक्सली को आर्थिक नुकसान हुआ है. ऐसे में अपराधी या नक्सली बैंक डकैती या लूट की घटना को अंजाम दे सकते हैं. इस पर राेकथाम लगाये जाने की आवश्यकता है. बैंकों की सुरक्षा से संबंधित कौन से उपाय किये जायें, इसके लिए एडीजी ने सुरक्षा से संबंधित 12 बिंदु तैयार किये हैं. इन बिंदुओं का अनुपालन करने का निर्देश उन्होंने संबंधित पुलिस अधिकारियों को दिया है.
गांधीनगर पीएनबी ब्रांच से हो चुकी है लूट : गाेंदा थाना क्षेत्र के गांधीनगर स्थित पीएनबी ब्रांच से 22 दिसंबर को करीब सवा तीन लाख रुपये की लूट हुई थी. घटना को अंजाम हेलमेट व टोपी पहने चार अपराधियों ने हथियार के बल पर दिया था. अपराधियों ने सिर्फ नये नोटों पर हाथ साफ किया था. नोटबंदी के बाद रांची जिले मेें बैंक लूट की यह पहली घटना थी.
इन 12 बिंदुओं पर सुरक्षा बरतने का निर्देश
बैंक द्वारा बैंक करेंसी ले जाने और ले आने का एक ही समय निर्धारित न कर अलग-अलग समय में करेंसी ले जाने और लाने के लिए सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जाये.
एटीएम में पैसा डालने के समय सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जाये.
नोटबंदी के बाद से बैंकों में अधिक भीड़ रहती है. बैंकों के मुख्य द्वार में लोहे का चेन लगा कर प्रवेश पर नियंत्रण की व्यवस्था की जाये.
बैंक शाखाओं में सीसीटीवी की व्यवस्था की जाये, ताकि आने-जाने वालों पर निगरानी रखी जा सके.
बैंक शाखाओं में एलार्म की व्यवस्था हो और समय- समय पर उसकी जांच की जाये
बैंक शाखाओं के साथ स्थानीय थाना, पुलिस और डीएसपी और एसपी के साथ संपर्क स्थापित करना.
बैंक शाखाओं में पुलिस समय बदल-बदल कर गश्ती करे. बैंक में रखे रजिस्टर में आने-जाने की प्रविष्टि हो.
बैंक शाखाओं में एसपी-डीएसपी द्वारा रेंडम चेकिंग की जाये
ट्रेजरी की सुरक्षा के लिए लगाये गये जवानों को समय-समय पर ब्रीफिंग और चेकिंग करना.
बैंक डकैती और लूट गिरोह के जो भी सरगना है, उनके सहयोगी जमानत पर हैं या फरार हैं. इसके बारे में सूचना एकत्र कर निरोधात्मक कार्रवाई करें.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित बैंकों की शाखाओं का सिक्यूरिटी ऑडिट कर बैंक की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को जागरूक किया जाये.