बजट सत्र की तैयारी कर रही सरकार, राजनीतिक मुद्दों में उलझा है पक्ष-विपक्ष, तनातनी के बीच फिर हंगामे के आसार
रांची: सरकार बजट सत्र की तैयारी कर रही है़ 17 जनवरी से सात फरवरी तक सत्र आहूत है़ 13 जनवरी को वर्ष 2017-18 का बजट आयेगा़ बजट सत्र हंगामेदार होगा़ पक्ष-विपक्ष की राजनीति मुद्दों में उलझी है़ सीएनटी-एसपीटी में संशोधन का मुद्दा गरम है़ विपक्ष ने इसको मुद्दा बनाया है़. मुख्य विपक्षी दल झामुमो का […]
रांची: सरकार बजट सत्र की तैयारी कर रही है़ 17 जनवरी से सात फरवरी तक सत्र आहूत है़ 13 जनवरी को वर्ष 2017-18 का बजट आयेगा़ बजट सत्र हंगामेदार होगा़ पक्ष-विपक्ष की राजनीति मुद्दों में उलझी है़ सीएनटी-एसपीटी में संशोधन का मुद्दा गरम है़ विपक्ष ने इसको मुद्दा बनाया है़.
मुख्य विपक्षी दल झामुमो का तेवर कड़ा है़ सरकार भी अपने स्टैंड पर कायम है़ संशोधन को लेकर जनता के बीच सत्ताधारी दल के नेता जा रहे हैं. आम लोगों को संशोधन के फायदे बता रहे है़ं पक्ष-विपक्ष के बीच रास्ता नहीं निकल रहा है़ पक्ष-विपक्ष की राजनीति में विधानसभा के कार्य बाधित हो रहे है़ं पिछले दो सत्रों में जनता के सवाल विधानसभा में नहीं आ पाये़ पक्ष-विपक्ष के बीच सदन के अंदर बहस से समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है़ इधर, संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने पहल की है़ श्री राय ने स्पीकर दिनेश उरांव को पत्र लिख कर पक्ष-विपक्ष को साथ बैठा कर हल निकालने का आग्रह किया है़ विधानसभा सुचारु रूप से चले इसके लिए सर्वसम्मत राय बनाने का आग्रह किया है़ हालांकि स्पीकर की ओर से इस दिशा में अब तक पहल नहीं हुई है़ सियासी मैदान की रंजिश कम हुई, तो विधानसभा का सदुपयोग हो पायेगा़ स्पीकर ने कोई रास्ता निकाला, तो विधानसभा को हंगामे की भेंट चढ़ने से बचाया जा सकेगा़
मॉनसून-शीतकालीन में होता रहा हंगामा, तोड़फोड़ भी : पिछले मॉनसून और शीतकालीन सत्र में विधानसभा हंगामे की भेंट चढ़ गया था. दोनों ही सत्रों में ज्यादातर समय प्रश्नकाल बाधित रहा़ शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल 10 मिनट भी नहीं चला़ सरकार ने अपना काम जैसे-तैसे निकाला़ पांच-पांच विधेयक आये, एक पर भी चर्चा नहीं हो सकी़ इन दोनों सत्रों में पक्ष-विपक्ष किसी ने विधानसभा को सुचारु चलाने की पहल नहीं की़ हर दिन हंगामा होता रहा़ शीतकालीन सत्र में विधानसभा की मर्यादा तार-तार हुई़ विपक्ष की ओर से तोड़फोड़, हो-हल्ला का रिकॉर्ड टूटा़