2000 गांवों में सौर ऊर्जा से होगी जलापूर्ति
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग राज्य के गांवों बनवा रहा है पानी की टंकियां रांची : राज्य के दो हजार गांवों में सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) का इस्तेमाल कर जलापूर्ति की जायेगी. भारत सरकार के सहयोग से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग राज्य के दो हजार गांवों में पानी की टंकी बना रहा है. टंकी भरने के […]
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग राज्य के गांवों बनवा रहा है पानी की टंकियां
रांची : राज्य के दो हजार गांवों में सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) का इस्तेमाल कर जलापूर्ति की जायेगी. भारत सरकार के सहयोग से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग राज्य के दो हजार गांवों में पानी की टंकी बना रहा है.
टंकी भरने के लिए बोरिंग करायी जायेगी. बोरिंग का पानी टंकी तक चढ़ाने के लिए बिजली के विकल्प के रूप में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल होगा. उसके बाद टंकी से पाइप लाइन के जरिये गांव के हर एक घर में पानी की आपूर्ति की जायेगी. विभाग द्वारा पानी की टंकी निर्माण ठेकेदार से कराया जायेगा, जबकि पाइप लाइन से घरों का जोड़ने का काम पंचायत द्वारा स्थानीय स्तर पर कराया जायेगा. पंचायतों की स्वच्छता समिति स्थानीय स्तर पर पाइप लाइन बिछाने का काम करायेगी.
170 करोड़ की है योजना
सौर ऊर्जा के जरिये गांवों के घरों तक पानी पहुंचाने की पूरी योजना 170 करोड़ रुपये की है. इसमें से 100 करोड़ रुपये भारत सरकार सहायता के रूप में उपलब्ध करा रही है. दरअसल, भारत सरकार की योजना में केवल बोरिंग कराने और पानी की टंकी बनाने के लिए राशि जारी की गयी थी.
भारत सरकार ने दो हजार गांवों में दो हजार पानी की टंकियां बनाने के लिए प्रति टंकी 5.5 लाख रुपये की योजना की स्वीकृति प्रदान की थी. राज्य सरकार ने योजना का विस्तार करते हुए टंकी से पाइप लाइन के जरिये गांव के प्रत्येक घर में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए प्रति गांव तीन लाख रुपये का अतिरिक्त इंतजाम किया गया है. योजना की लागत 100 करोड़ रुपये से बढ़ कर 170 करोड़ हो गयी है. योजना के क्रियान्वयन के लिए अतिरिक्त 70 करोड़ रुपये का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है.