झारखंड नगर निगम ने कसी कमर, स्वच्छता अभियान के लिए टॉप 20 की तैयारी, अब पब्लिक की बारी
देश के 500 शहरों में चार जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा है. चार फरवरी तक चलनेवाले इस सर्वेक्षण में रांची को टॉप-20 शहरों में शामिल कराने का लक्ष्य रांची नगर निगम ने तय किया है. इसके लिए बड़े पैमाने पर सफाई और जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. नगर निगम ने इसकी शुरुआत भी कर […]
देश के 500 शहरों में चार जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा है. चार फरवरी तक चलनेवाले इस सर्वेक्षण में रांची को टॉप-20 शहरों में शामिल कराने का लक्ष्य रांची नगर निगम ने तय किया है. इसके लिए बड़े पैमाने पर सफाई और जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. नगर निगम ने इसकी शुरुआत भी कर दी है. लोगों से अपील की जा रही है कि सफाई-व्यवस्था के मामले में पूरे देश में रांची की अलग छवि प्रस्तुत करने के लिए वे नगर निगम का सहयोग करें.
रांची: स्वच्छ भारत मिशन से संबद्ध रांची नगर निगम के नोडल पदाधिकारी प्रमोद भट्ट ने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि नगर निगम ने अपनी अोर से राजधानी को साफ-स्वच्छ रखने के लिए कई काम किये हैं. पिछली बार 73 शहरों के बीच यह प्रतियोगिता हुई थी, जिसमें रांची को 62वां स्थान मिला था. इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में 500 शहर शामिल हैं. जाहिर है कि इस बार यह प्रतियोगिता काफी मुश्किल होगी. ऐसे में रांचीवासियों की अपने शहर के प्रति जिम्मेवारी बढ़ गयी है. अब बारी पब्लिक की है. अगर शहर के लोग सहयोग करें, तो रांची देश के टॉप-20 शहरों में शामिल हो सकता है. श्री भट्ट ने बताया कि बीते एक साल में रांची नगर निगम ने उन बिंदुओं पर ज्यादा फोकस किया है, जहां हमारा शहर पिछली बार पिछड़ गया था.
कुल 80 माॅड्यूलर टॉयलेट बन जायेंगे : वर्ष 2016 के सर्वे के दौरान शहर में पब्लिक टॉयलेट की स्थिति बहुत खराब थी. शहर के प्रमुख सड़कों और चौक-चौराहों पर यूरिनल व शौचालय की कमी होने के कारण रांची को कम अंक मिले थे. अब इस बार निगम ने ऐसी जगहों पर 80 मॉडयूलर टॉयलेट बनाने का निर्णय लिया. अब तक 22 मॉडयूलर टॉयलेट बन गये हैं. शेष का काम जल्द पूरा कर लिया जायेगा.
34 हजार लोगों को शौचालय के पैसे मिले : नगर निगम ने शहर को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए अब तक 34 हजार लोगों को शौचालय निर्माण के लिए पैसे उनके एकाउंट में दिये हैं. पहली किस्त के रूप में छह हजार रुपये दिये गये हैं. वहीं, जिन पांच हजार शौचालय का निर्माण पूरा हो गया है, उन लाभुकों को छह हजार रुपये की दूसरी किस्त भी जारी कर दी गयी है. खुले में शौच की सामूहिक जगहों सहित शहर के विभिन्न भागों में जागरूकता के लिए नोटिस बोर्ड व होर्डिंग लगाये गये हैं.
दो सौ पोल माउंटेड डस्टबिन लगे : पिछली बार के सर्वे में शहर में कम डस्टबिन भी एक मुद्दा था. इस बार शहर के प्रमुख प्रतिष्ठानों व बड़े दुकानों के बाहर में नगर निगम ने 200 पोल माउंटेड डस्टबिन लगाये गये हैं. पर अब भी जागरूकता की कमी है तथा लोग कचरा डस्टबिन में न डालकर सड़क पर फेंक रहे हैं. निगम ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसा न करें.
सफाई के लिए नयी एजेंसी : शहर में साफ-सफाई का जिम्मा रांची एमएसडब्ल्यू को दिया गया है. इसने 13 वार्डों में सफाई शुरू भी कर दी है. शेष वार्ड में सफाई इसी माह से शुरू होनी है. एजेंसी के लोग कचरा उठानेवाले वाहन से डोर-टू-डोर जाकर हूटर बजाकर लोगों से कचरा देने को कहते हैं.