दावा करती रही पुलिस, नहीं सुलझा केस, बूटी कांड की जांच सीबीआइ करेगी

रांची: सरकार ने मंगलवार को बूटी कांड की सीबीआइ जांच की अनुशंसा कर दी. बूटी बस्ती में 16 दिसंबर को रामटहल चौधरी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आरटीसी) की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी. शव को जला भी दिया गया था. अभी तक मामले की जांच रांची पुलिस कर रही थी. जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2017 12:55 AM
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रांची: सरकार ने मंगलवार को बूटी कांड की सीबीआइ जांच की अनुशंसा कर दी. बूटी बस्ती में 16 दिसंबर को रामटहल चौधरी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आरटीसी) की छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी. शव को जला भी दिया गया था. अभी तक मामले की जांच रांची पुलिस कर रही थी. जांच में पुलिस को दुष्कर्म व हत्या के मामले में किसी की संलिप्तता के साक्ष्य नहीं मिले. पुलिस अपराधी तक पहुंच ही नहीं पायी. पुलिस ने अपराधी का सुराग देनेवाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी, इसके बाद भी कोई सफलता नहीं मिली.
सीएम ने डीजीपी से मांगा था प्रस्ताव : जानकारी के अनुसार, हत्याकांड का खुलासा नहीं होने को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को पुलिस के वरिष्ठ अफसरों की बैठक में नाराजगी जतायी थी. उन्होंने डीजीपी डीके पांडेय को मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया था. मंगलवार को इससे संबंधित प्रस्ताव मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने इस पर अपनी सहमति जता दी.
इसके बाद गृह विभाग ने सीबीआइ जांच के लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखा.

बीटेक की छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या
आरटीसी कॉलेज से बीटेक कर रही छात्रा बूटी बस्ती में अपनी बहन के साथ किराये के घर में रहती थी. पुलिस ने 16 दिसंबर को घर से छात्रा का अधजला शव बरामद किया था. पोस्टमार्टम से पता चला कि छात्रा के साथ गैंग रेप किया गया था. इसके बाद हत्या कर शव को जलाने का प्रयास किया गया था. छात्रा मूल रूप से सिल्ली थाना क्षेत्र की रहनेवाली थी. घटना के बाद डीजीपी डीके पांडेय, एडीजी सीआइडी अजय कुमार सिंह, रांची डीआइजी आरके धान, एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की. टीम का भी गठन किया गया. सीआइडी की टीम भी जांच में जुड़ी रही. पर आरोपी तक नहीं पहुंच सकी. घटना के विरोध में रांची में काफी विरोध प्रदर्शन भी हुआ था.
परिजनों ने किया था आग्रह : छात्रा के परिजनों ने पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री से मिल कर मामले की सीबीआइ जांच कराने का आग्रह किया था. मुख्यमंत्री ने सीनियर पुलिस अधिकारियों से बात कर आश्वासन दिया था कि दो-तीन दिन में मामले का खुलासा होने की उम्मीद है. नहीं होने पर सीबीआइ जांच की अनुशंसा कर दी जायेगी.
छात्र-छात्राओं ने डेढ़ घंटे जाम रखा हरमू रोड न्यू मार्केट चौक पर प्रदर्शन
बीटेक छात्रा की हत्या मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने हरमू रोड को लगभग डेढ़ घंटे जाम किया़ जाम मंगलवार दिन के 12 बजे से डेढ़ बजे तक रोड जाम रहा. इससे पहले काफी संख्या में छात्र-छात्रा हरमू रोड स्थित हरित भवन के पास जमा हुए और वहां से रैली की शक्ल में रातू रोड न्यू मार्केट चौक तक पहुंचे़ न्यू मार्केट चौक पर वे लोग बैठ गये और प्रदर्शन करने करने लगे़ इस दौरान कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह, इंस्पेक्टर एसएन मंडल, सुखदेवनगर इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह व काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था़ पुलिस अधिकारियों द्वारा काफी समझाने के बाद भी वे लोग नहीं माने़ इस दौरान हरमू से रातू रोड आनेवाले वाहनों की लंबी लाइन हरमू बाइपास में लग गयी थी़ छात्र-छात्राएं इंसाफ की मांग कर रहे थे, साथ ही सरकार विरोधी नारे भी लगा रहे थे़ हालांकि सरकार ने बीटेक छात्रा की हत्या की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा कर दी है.
कचहरी चौक व समाहरणालय के पास भी किया प्रदर्शन
प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं ने कहा कि वे लोग एसएसपी कुलदीप द्विवेदी से मिल कर अपनी बात रखना चाहते है़ं वहां से रैली के शक्ल में छात्र-छात्राएं कचहरी चौक पहुंचे़ कचहरी चौक के पास भी प्रदर्शन कर थोड़ी देर के लिए रोड जाम कर दिया़ बाद में कोतवाली डीएसपी छात्र-छात्राओं के एक प्रतिनिधिमंडल को एसएसपी से मिलाने ले गये़ इस दौरान शेष छात्र- छात्राएं समाहरणालय (एसएसपी ऑफिस के बाहर) के समक्ष प्रदर्शन करते रहे़,

सीबीअाइ जांच, सुरक्षा व अवैध शराब पर रोक लगाने की मांग
प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से बीटेक छात्रा की हत्या की सीबीआइ जांच, महिला कॉलेजों मेें महिला पुलिस व पुलिस पीकेट बनाने, कॉलेज के आसपास अवैध शराब व पान-गुटखा की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की. आधा घंटा से अधिक देर तक चली बैठक के बाद एसएसपी ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि सीबीआइ सबसे बड़ी जांच एजेंसी है, रांची पुलिस ने हत्या के खुलासे के लिए हर प्रकार का प्रयत्न किया है. अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास जारी है. पांच जनवरी तक महिला कॉलेजों के आसपास सुरक्षा बढ़ाने व अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया़
हत्याकांड का खुलासा करने में विफल रही पुिलस
सभी बिंदुओं पर अनुसंधान करने के बावजूद नहीं मिले किसी की संलिप्तता के साक्ष्य
पुलिस को प्रत्येक दिन नये- नये संदिग्ध मिले, आरोपी की नहीं हो सकी पहचान
रांची. बूटी बस्ती में बीटेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में पुलिस की टीम आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में फेल हो चुकी है. पुलिस को केस का अनुसंधान करने में कई एजेंसियों ने सहयोग किया था. सीआइडी से लेकर स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. किसी एजेंसी ने भी किसी की संलिप्तता पर पुलिस को ठोस जानकारी नहीं दी. केस में विभिन्न बिंदुओं पर अनुसंधान के लिए अलग से एसआइटी की टीम का गठन किया गया. जिन्हें तकनीकी शाखा, साइबर एक्सपर्ट और एफएसएल की टीम ने सहयोग किया. छात्रा के शरीर से दूसरे का डीएनए मिलने के बाद पुलिस ने छात्रा को पहचानने वाले संदिग्ध युवकों की सूची तैयार की. इसके आधार पर पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी की संलिप्तता की जानकारी नहीं मिली. इस वजह से पुलिस किसी संदिग्ध के डीएनए प्रोफाइल की जांच भी नहीं करवा सकी. पुलिस कभी तकनीकी सूचना, कभी किसी व्यक्ति की सूचना के आधार पर रोजाना नये-नये लोगों से पूछताछ करती रही, लेकिन असली आरोपी की पहचान नहीं कर सकी.
घटना क्रम किस दिन क्या हुआ
16 दिसंबर : बूटी बस्ती स्थित घर से छात्रा का शव बरामद. दुष्कर्म के बाद गला दबा कर हत्या के बाद शव को जलाया गया.
17 दिसंबर : सीआइडी एडीजी ने कहा : अनुसंधान सही दिशा में है. 48 घंटे में कर लिया जायेगा मामले का खुलासा.
17 दिसंबर : पुलिस ने मामले का सुराग लगाने के लिए कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की.
18 दिसंबर : डीजीपी डीके पांडेय ने घटनास्थल का निरीक्षण कर किया. केस को सुलझाने का दावा किया. घटनास्थल को अस्थायी टीओपी बनाया. शहर में विरोध प्रदर्शन भी.
19 दिसंबर : आरटीसी कॉलेज सहित दूसरे कॉलेज के विद्यार्थियों ने बूटी मोड़ जाम किया. छात्रा और उसकी बहन के कमरे से बरामद पत्रों की जांच हुई.
20 दिसंबर : सीएम ने दिया घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश. छात्रा के मोबाइल और फेसबुक की हुई जांच.
21 दिसंबर : पुलिस ने घटना में शामिल आरोपी के बारे में सुराग देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की.
22 दिसंबर : छात्रा के पिता को दिया गया तीन लाख का चेक. छात्रा की बड़ी बहन से पूछताछ.
23 दिसंबर: घटना के विरोध में और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर बंद रहा रांची.
24 दिसंबर : छात्रा के सहपाठियों से पूछताछ के बाद आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ.
25 दिसंबर : विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी एकत्र करने के लिए स्थानीय लोगों से की पूछताछ.
26 दिसंबर : सीएम ने 48 घंटे के अंदर दी घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार करने का दिया निर्देश
27 दिसंबर : पुलिस ने छात्रा से मोबाइल पर बात करनेवाले एक करीबी मित्र को हिरासत में लेकर की पूछताछ.
जिन बिंदुओं पर पुलिस ने किया अनुसंधान
घटना में स्थानीय लोगों की भूमिका के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए कई स्थानीय युवकों से हुई पूछताछ.
छात्रा के पास से बरामद मोबाइल के आधार पर छात्रा के साथ बात करनेवाले कई लोगों से हुई पूछताछ.
घटना से पहले छात्रा के साथ बात करनेवाले कुछ वैसे लोग, जिन्होंने घटना के बाद मोबाइल बंद कर दिया था, उनसे भी हुई पूछताछ.
साइबर एक्सपर्ट के सहयोग से छात्रा के साथ फेसबुक पर बातचीत करनेवाले युवकों और अन्य युवकों से हुई पूछताछ.
छात्रा के शरीर से दूसरे का डीएनए मिलने के बाद पुलिस ने डीएनए प्रोफाइल के जरिये आरोपियों तक पहुंचने का किया प्रयास.
लातेहार और रामगढ़ के युवक से की गयी पूछताछ
रांची. बूटी बस्ती में बीटेक की छात्रा से दुष्कर्म व हत्या मामले में मंगलवार को पुलिस की टीम ने लातेहार और रामगढ़ के दो अलग-अलग युवकों से पूछताछ की. एक युवक ने बताया कि छात्रा के साथ उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिये हुई थी. वहीं, दूसरे युवक ने बताया कि वह मोबाइल के जरिये छात्रा से कभी-कभी बात करता था. दोनों ने आरंभिक पूछताछ में घटना के बारे में किसी प्रकार की जानकारी होने से इनकार किया और खुद को निर्दोष बताया है. दोनों की संलिप्तता पर पुलिस की जांच जारी है. पुलिस की टीम मंगलवार को बरकाकाना और गोला भी गयी. वहां छात्रा और उसकी बड़ी बहन के कॉमन फ्रेंड से पुलिस की टीम ने पूछताछ की. पुलिस अधिकारियों के अनुसार विभिन्न बिंदुओं पर जांच के साथ संदिग्ध लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है. पुलिस मामले में किसी निर्दोष को जेल भेजना नहीं चाहती है. इसलिए पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर संदिग्ध के बारे में साक्ष्य एकत्र कर रही है.

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