रांची: नोटबंदी के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेसी सड़क पर उतरे और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस अभियान में सांसद छाया वर्मा, सह-प्रभारी ताराचंद भगोरा, प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम सहित एआइसीसी के पर्यवेक्षक शामिल हुए.
इन नेताओं ने नोटबंदी के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा. महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में जिला स्कूल से मार्च करते कांग्रेसियों ने उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया. मौके पर राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये नोटबंदी देश को आर्थिक मंदी के कगार पर खड़ा कर दिया है़ गरीब, किसान, मजदूर तबाह हो गये हैं. अमीरों की तिजोरी भरने के लिए केंद्र सरकार ने ऐसा जनविरोधी फैसला लिया है. सह-प्रभारी ताराचंद भगोरा ने कहा कि नोटबंदी का निर्णय राष्ट्र विरोधी है. मजदूर-किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हुए हैं. नोटबंदी के कारण झारखंड सहित पूरे देश में लोगों को अपनी जान देनी पड़ी. इस सरकार के पास किसी के लिए सहानुभूति नहीं है.
हालात हुए बदतर
प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत भगत ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के 50 दिन बीत गये हैं. हालात बद से बदतर हो गये हैं. गरीब मजदूर एवं किसानों का मुंह का निवाला छीन लिया गया है. पहले लोगों को जमीन से बेदखल करने की साजिश की गयी, अब कैशलेस का सपना दिखाया जा रहा. विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि नोटबंदी एक तुगलकी फरमान है. देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है. मोदी को बताना चाहिए कि नोटबंदी से किन गरीबों का भला हुआ है. प्रदर्शन में नोटबंदी कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए एआइसीसी की ओर से बनाये गये पर्यवेक्षक मनोज पांडेय और राजीव खेर मौके पर अपनी बातें रखीं.
प्रदर्शन में रमा खलखो, शमशेर आलम, शशिभूषण राय, आलोक दुबे, विनय सिन्हा दीपू, राजेश कुमार गुप्ता, राजीव रंजन प्रसाद, अरुण श्रीवास्तव, जगदीश साहू, आलोक साहू, सुनील सिंह, आभा सिन्हा, सुंदरी तिर्की, राजेश सिन्हा सन्नी, दिनेश लाल सहित प्रदेश और महानगर के पदाधिकारी-कार्यकर्ता शामिल हुए़