सिंघानिया बंधुओं के ठिकाने पर आयकर छापा, 10 करोड़ से अधिक के पुराने नोट जमा कराये

रांची: आयकर विभाग ने रांची के जरदा व्यापारी जेपी सिंघानिया, पिंकी केडिया, नितेश भालोटिया, बिल्डर सुदेश केडिया और ट्रांसपोर्टर दीपक वैद्य के रांची, जमशेदपुर व कोलकाता स्थित ठिकानों पर शुक्रवार को छापामारी की. सिंघानिया बंधुओं की ओर से नोटबंदी के बाद 10 करोड़ से अधिक के पुराने नोट जमा कराने का खुलासा हुआ. समाचार लिखे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2017 2:58 AM
रांची: आयकर विभाग ने रांची के जरदा व्यापारी जेपी सिंघानिया, पिंकी केडिया, नितेश भालोटिया, बिल्डर सुदेश केडिया और ट्रांसपोर्टर दीपक वैद्य के रांची, जमशेदपुर व कोलकाता स्थित ठिकानों पर शुक्रवार को छापामारी की. सिंघानिया बंधुओं की ओर से नोटबंदी के बाद 10 करोड़ से अधिक के पुराने नोट जमा कराने का खुलासा हुआ. समाचार लिखे जाने तक 49 लाख नकद और 55 से अधिक बैंक खाते मिले हैं. खातों के संचालन पर रोक लगा दी गयी है. निवेश से मिले दस्तावेज की जांच और लोगों से पूछताछ जारी है.
Â2.5 करोड़ के पुराने नोट जमा कराने की मिली थी सूचना : आयकर विभाग को जमशेदपुर की पिंकी केडिया नामक महिला के खाते में 2.5 करोड़ रुपये के पुराने नोट जमा कराये जाने की सूचना मिली थी. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि जरदा का व्यापार करनेवाली इस महिला के खाते में जमा रकम सिंघानिया बंधुओं के खाते में ट्रांसफर कर दी गयी. इसके बाद आयकर अनुसंधान उप निदेशक मयंक मिश्रा, उपायुक्त रंजीत मधुकर के नेतृत्व में छापामारी शुरू की गयी. छापामारी के दौरान सिंघानियां बंधुओं की ओर से 10 करोड़ रुपये से अधिक के पुराने नोटों को जमा कराये जाने का खुलासा हुआ. रांची के अपर बाजार में पांच गोदामों का भी पता चला.

इन गोदामों में सर्वे किया जा रहा है. समाचार लिखे जाने तक सिंघानियां बंधुओं के ठिकाने से 27 लाख रुपये नकद मिले हैं. इसके अलावा 40 बैंक खाते मिले हैं. इन खातों के संचालन पर रोक लगा दी गयी है. सिंघानियां से जुड़े जमशेदपुर के नितेश भालोटिया और पिंकी केडिया के ठिकानों पर भी छापामारी जारी है. आयकर अधिकारी इन व्यापारियों से पुराने नोटों और व्यापार के सिलसिले में पूछताछ कर रहे हैं.

सुदेश केडिया की तीन अन्य कंपनियों का पता चला
आयकर अधिकारियों ने सुदेश केडिया और भगवती प्रसाद केडिया के रातू रोड स्थित मकान, दफ्तर, प्रतिष्ठान व कोलकाता के कार्यालय पर छापा मारा. केडिया बंधु भवन निर्माण के अलावा कोयले का व्यापार भी करते हैं. इनकी एसका मिनरल्स नामक कंपनी है. जांच के दौरान तीन अन्य कंपनियों का पता चला है. इनके ठिकानों से समाचार लिखे जाने तक 15 बैंक खाते, 25 लाख रुपये नकद और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. बैंक खातों के संचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है. निवेश से संबंधित दस्तावेज की जांच की जा रही है. छापामारी में मिले दस्तावेज के आधार पर आयकर अधिकारियों को पता चला कि केडिया बंधुओं के कोयले के व्यापार में नेवरी के दीपक कुमार वैद्य में ट्रांसपोर्टर का काम करते हैं. इसके बाद आयकर अधिकारियों ने ट्रांसपोर्टर दीपक कुमार वैद्य के ठिकानों पर भी छापा मारा. यहां ट्रांसपोर्टेशन से संबंधित दस्तावेज की जांच की जा रही है.

Next Article

Exit mobile version