झारखंड के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों का बनेगा संग्रहालय

रांची: झारखंड के आदिवासी समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों का संग्रहालय (म्यूजियम) बनेगा. इस संग्रहालय में इन सेनानियों के भारत की स्वतंत्रता में उनके योगदान को याद किया जायेगा. अभी इनमें कुल नौ सेनानियों बिरसा मुंडा, तिलका मांझी, वीर बुधु भगत, जतरू टाना भगत, तेलंगा खड़िया, सिद्धो-कान्हू, नीलांबर-पितांबर, दिवा किशुन व गया मुंडा के नाम शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2017 1:24 AM
रांची: झारखंड के आदिवासी समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों का संग्रहालय (म्यूजियम) बनेगा. इस संग्रहालय में इन सेनानियों के भारत की स्वतंत्रता में उनके योगदान को याद किया जायेगा. अभी इनमें कुल नौ सेनानियों बिरसा मुंडा, तिलका मांझी, वीर बुधु भगत, जतरू टाना भगत, तेलंगा खड़िया, सिद्धो-कान्हू, नीलांबर-पितांबर, दिवा किशुन व गया मुंडा के नाम शामिल हैं.
इनके बारे में उक्त संग्रहालय में विस्तार से जानकारी मिलेगी. आदिवासियों का सम्मान, उनकी अहमियत, स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान तथा देशज अस्मिता से जुड़ा यह संग्रहालय रांची या फिर दुमका में बन सकता है. केंद्र सरकार के निर्देश पर कल्याण विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है. केंद्र की सहमति के बाद अगले वित्तीय वर्ष में संग्रहालय का निर्माण डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक की लागत से हो सकता है. केंद्र सरकार संग्रहालय निर्माण का खर्च वहन करेगी.

झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों पर कला-संस्कृति विभाग के अलावा कई अन्य विभागों ने भी पुस्तक का प्रकाशन किया है. वहीं जनजातीय समुदाय तथा इनके रहन-सहन, खान-पान व बोली की जानकारी देनेवाला एक संग्रहालय डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान, मोरहाबादी कैंपस में स्थित है. नये संग्रहालय के लिए इसी कैंपस की रिक्त जमीन का इस्तेमाल हो सकता है. संग्रहालय से संबंधित बैठक मंगलवार को दिल्ली में होनेवाली है. इसमें सभी जरूरी जानकारी के साथ आदिवासी कल्याण आयुक्त गौरी शंकर मिंज को भाग लेना है. श्री मिंज मंगलवार को ही दिल्ली जायेंगे.

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