राज्य को 2018 तक खुले में शौच से मुक्त बनायें : रघुवर

रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 2018 तक झारखंड को खुले में शौच से मुक्त बनाना है. इसके लिए 14वें वित्त आयोग से प्राप्त राशि का उपयोग प्राथमिकता के तौर पर गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने में करें. 21वीं सदी में भी हम शौच के लिए बाहर जाएं, यह सभ्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2017 1:12 AM
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि 2018 तक झारखंड को खुले में शौच से मुक्त बनाना है. इसके लिए 14वें वित्त आयोग से प्राप्त राशि का उपयोग प्राथमिकता के तौर पर गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने में करें. 21वीं सदी में भी हम शौच के लिए बाहर जाएं, यह सभ्य समाज के लिए उचित नहीं है.

अग्रणी समाज सुधारक, विचारक एवं कर्मयोगी स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर हम उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लें. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों का गांव बनाने का संकल्प लें. ऐसा कर्म करें कि लोग आपका भी स्मरण करें, आपकी कीर्ति को याद रखें. श्री दास गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में वेबकास्टिंग के माध्यम से कोल्हान प्रमंडल की 576 पंचायतों के मुखिया व पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे.

छोटे-छोटे काम से बदलेगी गांव, राज्य व देश की दिशा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का विकास तभी होगा जब गरीब, असहाय व लाचार व्यक्ति का विकास होगा. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे काम से गांव, राज्य और देश की दिशा बदल सकती है. पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों से कहा कि लाचार, बेबस एवं गरीब की भलाई के लिए उनकी सहभागिता आवश्यक है. सरकार के द्वारा 60 वर्ष से ऊपर के वृद्ध व लाचार लोगों, भूमिहीनों, अनाथ बच्चों व विधवा बहनों के सर्वेक्षण के लिए चार प्रपत्र दिये जा रहे हैं. सर्वेक्षण को शीघ्र पूरा करें, ताकि उनके कल्याण के लिए नयी योजना शीघ्र बनायी जा सके. बेघर विधवा बहनों के लिए घर भी बनाया जायेगा. पलायन को रोका जायेगा. राज्य में ही रोजगार प्राप्त होगा. सर्वेक्षण के लिए पंचायत सचिवालय के स्वयंसेवकों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को सोहराय, मकर संक्रांति एवं टुसू पर्व की शुभकामनाएं दीं. मौके पर मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे व प्रधान सचिव एपी सिंह समेत आइटी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version