भाई साहब! ये शहर अापका है इसकी सूरत तो मत बिगाड़िये

रांची में रहनेवाले लोग इस बात का गुमान तो जरूर होगा कि वे झारखंड की राजधानी में रहते हैं. ऐसे में रांचीवासियों से उम्मीद की जाती है कि वे शहर की छवि पर किसी तरह का दाग नहीं लगने देंगे, खासकर साफ-सफाई के मामले में. हालांकि, शहर की सूरत देखकर यह साफ हो जाता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2017 12:48 AM
रांची में रहनेवाले लोग इस बात का गुमान तो जरूर होगा कि वे झारखंड की राजधानी में रहते हैं. ऐसे में रांचीवासियों से उम्मीद की जाती है कि वे शहर की छवि पर किसी तरह का दाग नहीं लगने देंगे, खासकर साफ-सफाई के मामले में. हालांकि, शहर की सूरत देखकर यह साफ हो जाता है कि यहां के कुछ लोग कितने गैरजिम्मेवार हैं. एक ओर रांची नगर निगम पूरे शहर को सजाने-संवारने में जुटा हुआ है, ताकि स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 में उसे टॉप-20 शहरों में स्थान मिल सके. इसी क्रम में इन दिनों शहर के सरकारी स्कूलों, सरकारी संस्थाओं एवं पुल-पुलिया पर झारखंड की सभ्यता-संस्कृति से जुड़े चित्र और कलाकृतियां बनायी जा रही हैं. लेकिन, कुछ लोग उसे खराब करने में लगे हुए हैं. दरअसल, ऐसे लोगों को लगता है कि शहर को स्वच्छ रखने का काम केवल रांची नगर निगम का ही है. प्रस्तुत है राजीव पांडेय की रिपोर्ट…
पुराना जेल पार्क की दीवार
र्सकुलर रोड स्थित पुराना जेल पार्क की दीवारों को एक साल पहले दुरुस्त किया गया. दीवारों पर पशु-पक्षियों के आकर्षक चित्रवाले मार्बल लगाये गये, ताकि लोग पार्क की ओर आकर्षित हों. साथ ही बाहर से आनेवाले लोगों के जेहन में राजधानी अच्छी छवि बने, लेकिन लोग सरकार के प्रयास पर पानी फेर रहे हैं. दीवारों पर जगह-जगह पोस्टर चिपका दिया गया है. पान की पीक से इसे गंदा कर दिया गया है.
कडरू पुल की दीवार
कडरू पुल की दीवारों पर झारखंड की सभ्यता-संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली प्रतिमाएं लगायी गयीं थीं. इसके अलावा कई अाकर्षक कलाकृतियां भी उकेरी गयी थी, लेकिन आज इसकी स्थिति काफी खराब है. हालत यह है कि दीवारों पर लगी प्रतिमाओं को लोगों ने उखाड़ दिया है. जगह-जगह पान की पीक से पुल की दीवार गंदी हो चुकी है. नतीजा यह है कि कभी सुंदर दिखनेवाला यह पुल आज बदहाल हो चुका है.
राजभवन की दीवार
राजभवन की दीवारों को लोगों ने गंदा कर दिया है. यहां से गुजरने वाले लोग पान खा कर थूकने व दीवार के किनारे लघुशंका करने से बाज नहीं आते हैं. नतीजा यह है कि यहां से गुजरना मुश्किल है. महिलाएं व युवतियां उस रास्ते से जाने से परहेज करती हैं. हालांकि, लोगों की सुविधा के लिए वहां नगर निगम द्वारा यूरीनल भी बनाया गया है, लेकिन लोग इसका उपयोग करना नहीं चाहते हैं.
हरमू रोड डिवाडर
हरमू रोड के डिवाइडर और पैदल चलने के लिए बनाये गये रोप वे को भी लोगों ने थूक कर गंदा कर दिया है. कुछ दिनों पहले ही इसका रंग-रोगन किया गया था. उद्देश्य था कि डिवाइडर व रोप वे आकर्षक व स्वच्छ दिखें. लेकिन, फिलहाल यह इतना गंदा हो चुका है कि लगता है जैसे यह वर्षों पुराना है. लोगों द्वारा गंदा करने के बाद सफाई कर्मचारी इसे साफ भी करते है, लेकिन लोग दोबारा उसे गंदा कर देते हैं.
सुंदर व आकर्षक बनाने के लिए दीवारों पर पेंटिंग
स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 में रांची को बेहतर स्थान दिलाने के लिए सरकारी स्तर पर कई प्रयास किये जा रहे हैं. सरकारी संस्थाओं की दीवारों को आकर्षक व सुंदर बनाया जा रहा है. दीवारों पर राज्य की सभ्यता एवं संस्कृति को पेंटिंग के माध्यम से प्रस्तुत किया जा रहा है. यह नजारा शहर के अधिकांश क्षेत्र की दीवारों पर देखने को मिल रहा है. जेपीएससी, बरियातू, करमटोली चौक आदि क्षेत्रों की सरकारी संस्थाओं की दीवारें रंग-बिरंगी कलाकृति से सुसज्जित हो गयी हैं. जेपीएससी की बाउंड्री, गवर्मेंट गर्ल्स स्कूल व हॉस्टल की बाउंड्री एवं करमटोली चौक स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय की दीवारों पर पेंटिंग की गयी है.
मुझे गंदगी दिखेगी, क्या तभी होगी सफाई?
रिम्स परिसर में शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान कई जगह गंदगी देख निदेशक डाॅ बीएल शेरवाल नाराज हुए. उन्होंने सफाई कर्मचारियों से पूछा कि जब तक निदेशक को गंदगी नहीं दिखती तब तक आप लोग साफ नहीं कर सकते? क्या मैं जहां जाऊंगा, वहीं सफाई होगी? निदेशक ने सफाई एजेंसी को तत्काल गंदगीवाली जगहों को साफ करने का निर्देश दिया गया. इसके बाद उन्हाेंने ब्वायज हॉस्टल के पीछे की टूटी दीवारों को देखा. पीडब्लूडी विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया कि तत्काल बाउंड्री को दुरुस्त किया जाये, जिससे परिसर में अनावश्यक लोगों का प्रवेश बंद हो.
कंडम निष्पादन के लिए निकाले निविदा : निदेशक ने डेंटल कॉलेज का भी निरीक्षण किया. डेंटल कॉलेज के पीछे फेंके गये लोहे के कंडम को देख कर उन्होंने कहा कि शीघ्र कॉलेज शुरू होगा. एेसे में कॉलेज की छवि विद्यार्थियों के नजर मेें कैसे बनेगी. दूर-दराज से लोग दांत का इलाज कराने आयेंगे, तो वह भी अच्छा नहीं कहेंगे, इसलिए शीघ्र निविदा कर इसका डिस्पोजल किया जाये.

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