खर्च कर दिये 11.44 लाख रुपये
फार्मेसी कॉलेज में नहीं थे एक भी छात्र रांची : रांची: गुमला स्थित फॉर्मेसी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य रहे डॉ मनोज कुमार सिन्हा व भंडार पाल रह चुके आलोक कुमार सिन्हा के खिलाफ निगरानी जांच होगी. यह निर्देश मंत्रिमंडल निगरानी विभाग ने दिया है. इसे लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों पर कागजी […]
फार्मेसी कॉलेज में नहीं थे एक भी छात्र
रांची : रांची: गुमला स्थित फॉर्मेसी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य रहे डॉ मनोज कुमार सिन्हा व भंडार पाल रह चुके आलोक कुमार सिन्हा के खिलाफ निगरानी जांच होगी. यह निर्देश मंत्रिमंडल निगरानी विभाग ने दिया है. इसे लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है.
दोनों पर कागजी तौर पर लाखों रुपये खर्च कर देने का आरोप है. पूर्व में डॉ मनोज सिन्हा सिसई में आयुर्वेदिक चिकित्सा पदाधिकारी थे. बाद में उन्हें वर्ष 2006 में राजकीय आयुर्वेदिक फॉर्मेसी कॉलेज का प्रभारी प्राचार्य बनाया गया. इससे पूर्व डॉ सुरनाम मांझी प्रभारी प्राचार्य थे. डॉ मनोज सिन्हा के बाद प्रभारी प्राचार्य डॉ शक्तिनाथ झा को बनाया गया, जिन्होंने डॉ मनोज की शिकायत विभाग के वरीय अधिकारियों से की थी.
इसके बाद वर्ष 2011 में गुमला के तत्कालीन अपर समाहर्ता ने पूरे मामले की जांच की. जांच में कई गड़बड़ियां उजागर हुईं. अपर समाहर्ता ने जांच रिपोर्ट गुमला डीसी को भेजा था. डीसी के माध्यम से जांच रिपोर्ट सरकार तक पहुंची. इसके बाद सरकार ने पूरे मामले की विस्तृत जांच का निर्देश निगरानी को दिया है.