एक हजार बैंकिंग प्रतिनिधि होंगे बहाल

रांची : मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने को-ऑपरेटिव बैंक के प्रत्येक बीसी ( बिजनेस कॉरेसपोंडेंट) से हर माह 50-50 बैंक खाते खुलवाने की जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि बीसी का चयन ऐसी पंचायतों में हो, जहां बैंकिंग की सुविधा नगण्य हो. सभी प्रखंडों में को-ऑपरेटिव बैंक की शाखाओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2017 12:49 AM
रांची : मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा ने को-ऑपरेटिव बैंक के प्रत्येक बीसी ( बिजनेस कॉरेसपोंडेंट) से हर माह 50-50 बैंक खाते खुलवाने की जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि बीसी का चयन ऐसी पंचायतों में हो, जहां बैंकिंग की सुविधा नगण्य हो. सभी प्रखंडों में को-ऑपरेटिव बैंक की शाखाओं को खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ करें. मुख्य सचिव मंगलवार को को-ऑपरेटिव बैंकों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहीं थीं.
श्रीमती वर्मा ने काम नहीं करनेवाले बीसी को हटाने तथा शिक्षित सखी मंडल, मत्स्य मित्र, पशु मित्र व दुग्ध मित्रों को प्रशिक्षित कर बीसी बनाने का निर्देश दिया. बीसी के चयन हेतु जिला स्तरीय चार सदस्यों की कमेटी का गठन करने तथा उसमें पशुपालन, मत्स्य विभाग के पदाधिकारियों को शामिल करने को कहा. सहकारी बैंकों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी खातों को आधार से जोड़ने का काम पूरा करें. सहकारी बैंक के पदाधिकारियों ने बताया कि 23 नयी शाखाएं खोलने के लिए स्थान चयन हो गया है. अबतक 65 प्रतिशत खाताओं का आधार सीडिंग का कार्य पूर्ण हो गया है. पंचायत स्तर पर करीब एक हजार बीसी का चयन किया जा चुका है. सभी को माइक्रो एटीएम उपलब्ध करा दिया गया है. मुख्य सचिव ने और एक हजार बीसी चयन का निर्देश दिया.
मत्स्य मित्रों को मिलेगा अब फिश क्रेडिट कार्ड
मत्स्य विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने मत्स्य क्षेत्र में उत्पादन क्षमता में वृद्धि के लिए सभी मत्स्य मित्रों को किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर फिश क्रेडिट कार्ड (एफसीसी) उपलब्ध कराने के लिए कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने कहा कि जाल निर्माण के लिए कार्य योजना तैयार किया जाये. विभाग ने बताया कि जेएसएलपीएस द्वारा चयनित दो सखी मंडलों के समूहों में 35 सखियों को प्रथम चरण में जाल बुनने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. विभाग की ओर से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के आधार पर कारखाना लगाने के लिए विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञापन भी प्रकाशित किया जा चुका है. चालू वित्तीय वर्ष में 700 आरएफएफ ( रिवर फिश फार्मिंग) में से 677 स्थलों पर बांस, जाल मछली बीज आदि का कार्य किया जा चुका है.

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