विनोद बिहारी महतो के स्मृति दिवस पर बोले बाबूलाल मरांडी, झारखंड में ही बाहरी सीएम

बड़कागांव: भारत में झारखंड ही एक ऐसा राज्य है, जहां के मुख्यमंत्री बाहरी हैं. बाहरी झारखंडियों का दर्द कैसे समझेंगे. उक्त बातें झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने बड़कागांव के राजाबागी में आयोजित स्व विनोद बिहारी महतो के स्मृति दिवस समारोह में कही. उन्होंने कहा कि किसान से जमीन नहीं लेनी चाहिए. यदि जमीन लेना जरूरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2017 12:51 AM
बड़कागांव: भारत में झारखंड ही एक ऐसा राज्य है, जहां के मुख्यमंत्री बाहरी हैं. बाहरी झारखंडियों का दर्द कैसे समझेंगे. उक्त बातें झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने बड़कागांव के राजाबागी में आयोजित स्व विनोद बिहारी महतो के स्मृति दिवस समारोह में कही. उन्होंने कहा कि किसान से जमीन नहीं लेनी चाहिए. यदि जमीन लेना जरूरी ही है, तो जमीन के बदले किसानों को जमीन मिले.

कार्यक्रम की अध्यक्षता बड़कागांव प्रखंड अध्यक्ष कौलेश्वर महतो ने की, संचालन केरेडारी प्रखंड के गर्री निवासी अजय कुमार सिंह ने किया. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ स्व बिनोद बिहारी महतो की तसवीर पर माल्यार्पण कर किया गया. श्री मरांडी ने कहा कि स्व विनोद बिहारी महतो का अलग झारखंड का सपना तो पूरा हुआ, लेकिन झारखंडियों को अधिकार नहीं मिला.
कोयला में किसानों को मिले हिस्सा: उन्होंने विस्थापन पर कहा कि जिस प्रकार बालू में पंचायत को 80% हिस्सा तय है, उसी प्रकार किसानों को जमीन अधिग्रहण के बाद कोयला में किसान को आधा हिस्सा मिले. ऋण देने से गरीब का बच्चा पढ़ नहीं सकता है. झारखंड में इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज खुले. डॉ सब्बा अहमद ने कहा कि स्व बिनोद बिहारी महतो सेक्यूलर थे. अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के लिए मरने-मिटने को वह तैयार थे. किसान मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष शिवलाल महतो ने कहा कि रघुवर सरकार की गोली बोलती है. किसान-मजदूर सहमे हुए हैं. कार्यक्रम में मुखिया कैलाश कुमार राणा, पंसस धर्मनाथ महतो, झाविमो के जिला सदस्य मनोज महतो, मो नईम, वार्ड सदस्य मनोज सोनी आदि मौजूद थे.

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