राज्यपाल से मिले हड़ताली शिक्षक
रांची: कॉलेजों के अंगीभूतीकरण व घाटानुदान देने की मांग को लेकर 16 दिसंबर से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को 71वें दिन में प्रवेश कर गयी. वहीं राजभवन के समक्ष क्रमिक आमरण अनशन भी 19 दिनों से चल रहा है. अनशनकारी शिक्षकों का तीसरा जत्था अनशन पर है. इसमें डा मुकुल कुमार सिंह (शुरू से बैठे […]
रांची: कॉलेजों के अंगीभूतीकरण व घाटानुदान देने की मांग को लेकर 16 दिसंबर से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को 71वें दिन में प्रवेश कर गयी. वहीं राजभवन के समक्ष क्रमिक आमरण अनशन भी 19 दिनों से चल रहा है. अनशनकारी शिक्षकों का तीसरा जत्था अनशन पर है.
इसमें डा मुकुल कुमार सिंह (शुरू से बैठे हैं), प्रो दुर्गा प्रसाद महतो, प्रो कामता प्रसाद सिंह, अरविंद कुमार यादव शामिल है. सोमवार को झारखंड संबद्ध डिग्री महाविद्यालय महासंघ का प्रतिनिधिमंडल राजभवन में राज्यपाल डा सैयद अहमद से मिला.
सरकार द्वारा 23 दिसंबर 2011 को विधानसभा में कॉलेजों के अंगीभूतिकरण की घोषणा, 2012 में की गयी घोषणा, राष्ट्रपति द्वारा दिये गये निर्देश पत्रों सहित अन्य दस्तावेजों की छायाप्रति राज्यपाल को दी गयी. सारी बातें सुनने के बाद राज्यपाल ने अपने प्रधान सचिव को सरकार से जानकारी लेने का निर्देश दिया. प्रतिनिधिमंडल में महासंघ के अध्यक्ष डा नरेंद्र कुमार सिंह, चौठी उरांव, संगीत श्रीवास्तव, आरके दास, इम्तियाज अहमद आदि शामिल थे.
बाद में विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व अन्य मत्रियों व प्रधान शिक्षा सचिव, उच्च शिक्षा निदेशक व महासंघ के प्रतिनिधियों के बीच उच्चस्तरीय वार्ता हुई. लगभग एक घंटे तक चली वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा निदेशक डीएन ओझा को निर्देश दिया कि सभी विकल्पों को ध्यान में रख कर प्रस्ताव बनायें. उस पर 25 फरवरी की बैठक में चर्चा की जायेगी