तमाड़ का स्वास्थ्य केंद्र, रहते ही नहीं हैं डॉक्टर

तमाड़ : तमाड़ स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व नर्स निर्धारित समय पर नहीं आते हैं. चिकित्सक ड्यूटी से बराबर नदारद रहते हैं. नर्स भी केंद्र में बहुत कम ही आती हैं. प्रखंड में यह एकमात्र सरकारी अस्पताल है. इस अस्पताल के भरोसे हैं तमाड़ प्रखंड क्षेत्र के निवासी. क्षेत्र गरीब व पिछड़ा है. स्वास्थ्य केंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2017 7:38 AM
तमाड़ : तमाड़ स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व नर्स निर्धारित समय पर नहीं आते हैं. चिकित्सक ड्यूटी से बराबर नदारद रहते हैं. नर्स भी केंद्र में बहुत कम ही आती हैं. प्रखंड में यह एकमात्र सरकारी अस्पताल है. इस अस्पताल के भरोसे हैं तमाड़ प्रखंड क्षेत्र के निवासी. क्षेत्र गरीब व पिछड़ा है.
स्वास्थ्य केंद्र में बिजली, पानी, साफ- सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है. एंबुलेंस भी खराब पड़ा हुआ है. दवा केंद्र बंद रहता है. केंद्र में मरीज भगवान भरोसे रहने को मजबूर हैं.
चिकित्सक महीने में एक-दो दिन ही अस्पताल आते हैं और पूरे माह की उपस्थिति दर्ज कर गायब रहते हैं. इसकी लिखित शिकायत ग्रामीणों व पंचायतों के प्रतिनिधियों ने कई बार संबंधित अधिकारी को कर चुके हैं. पंचायत प्रतिनिधि व तमाड़ के कुछ प्रबुद्ध नागरिक शनिवार को अस्पताल का जायजा लिये. जिसमें एकमात्र महिला चिकित्सक ड्यूटी पर मिलीं. जबकि इस दिन डॉ आशुतोष तिवारी, डॉ प्रियंका, डॉ आनंद शेखर, डाॅ सुम्मी, डाॅ जफर इकबाल तथा डॉ अमरीश कुमार की ड्यूटी थी. शाम तीन बजे के बाद एक भी चिकित्सक व नर्स अस्पताल में नहीं रहते हैं.
इस दौरान आनेवाले मरीजों को अन्यत्र इलाज कराने की सलाह दी जाती है. यह स्थिति कमोबेश प्रत्येक दिन की है. रविवार को केंद्र में एक भी चिकित्सक को नहीं देखा गया. इसके अलावे प्रखंड क्षेत्र में 11 अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र हैं. इनमें भी चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ नहीं है. कर्मी महीने में एकाध बार ही केंद्र जाते हैं. लगभग दिनों में केंद्र बंद पाया
जाता है.

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