महिला समूहों व सरकार के बीच हो सीधा संवाद : अर्जुन मुंडा
नामकुम : महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए आवश्यक है कि सरकार तथा महिला समूहों के बीच सीधा संवाद स्थापित हो. जब तक महिलाओं की आवाज दबी रहेगी, उनका सशक्तिकरण नहीं हो सकेगा. यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को नामकुम में आयोजित महिला सशक्तीकरण सह मिलन समारोह में कही. उन्होंने अपने कार्यकाल में […]
नामकुम : महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए आवश्यक है कि सरकार तथा महिला समूहों के बीच सीधा संवाद स्थापित हो. जब तक महिलाओं की आवाज दबी रहेगी, उनका सशक्तिकरण नहीं हो सकेगा. यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को नामकुम में आयोजित महिला सशक्तीकरण सह मिलन समारोह में कही. उन्होंने अपने कार्यकाल में शुरू की गयी लक्ष्मी लाडली योजना तथा पंचायतों में महिलाओं को दिये गये विशेष आरक्षण पर भी चर्चा की. सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार महिलाओं के विकास के लिए कृतसंकल्प है. ग्रामीण महिलाओं के लिए उज्जवला योजना एक ऐसा ही कदम है. विधायक रामकुमार पाहन ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए गंभीर है.
मुरगीपालन शुरू करने के लिए महिलाओं को अनुदान देने तथा इससे प्राप्त होनेवाले अंडों को स्थानीय स्कूलों में मुहैया कराने की योजना है. विधायक ने टाना भगतों तथा ग्राम प्रधान व मानकी मुंडा के लिए बजट में प्रावधान पर भी चर्चा की. मौके पर कई महिलाओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. कार्यक्रम के दौरान महिला मोरचा प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर, जीतन देवी, रणधीर चौधरी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे.