मेडिकल में एडमिशन के लिए महाराष्ट्र मॉडल अपनायेगी सरकार : मुख्यमंत्री

रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सदन में घोषणा की है कि मेडिकल में एडमिशन के मामले में महाराष्ट्र सरकार का मॉडल अपनाया जायेगा. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को इसका अध्ययन करने को कहा गया है. इससे यहां के स्थानीय लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी. सरकार एससी, एसटी और ओबीसी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2017 1:45 AM
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सदन में घोषणा की है कि मेडिकल में एडमिशन के मामले में महाराष्ट्र सरकार का मॉडल अपनाया जायेगा. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को इसका अध्ययन करने को कहा गया है. इससे यहां के स्थानीय लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी. सरकार एससी, एसटी और ओबीसी के बच्चों के एडमिशन को लेकर गंभीर है.

सरकार इन श्रेणी के बच्चों को सीएम फेलोशिप भी देगी. इससे इनको कहीं खाने-पीने और पढ़ने की दिक्कत नहीं होगी. सामान्य वाद-विवाद पर चर्चा के बीच में ही कुछ विधायकों व प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने रिम्स में एमबीबीएस और पीजी की सीटें खाली रह जाने की बात कही. स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि यह सही है कि सीटें खाली रह गयी हैं. इस मामले में भारत सरकार को पत्र लिखा गया है. इस मामले में प्रदीप यादव, शिवशंकर उरांव व भानू प्रताप शाही ने भी अपनी-अपनी बात रखी. भानू ने रिम्स में मेडाल पर एमओयू के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया. इसकी जांच कराने की मांग की.

भवन निर्माण की फरजी निकासी का मामला उठा : झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने सदन में कार्यवाही के दौरान भवन निर्माण में हुए घोटाले का मामला उठाया. उन्होंने अल्प-सूचित प्रश्नकाल के दौरान कहा कि भवन निर्माण विभाग में बिना काम के 19 करोड़ रुपये की फरजी निकासी कर ली गयी है. सरकार ने 27 नवंबर तक जांच कराने की बात कही थी. इसमें सरकार और विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत है. सरकार भ्रष्ट अफसरों को बचा रही है. सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि अब तक जांच प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद कार्रवाई की जायेगी.
विधायकों के निलंबन वापसी का मामला उठा: सदन में कार्यवाही के दौरान शनिवार को चार विधायकों की निलंबन वापसी का मामला भी उठा. विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि निलंबन वापसी को लेकर स्पीकर के साथ सभी विधायक दल के नेताओं की बैठक हुई थी. इसमें उचित निर्णय लेने की बात हुई थी. दो दिन पहले स्पीकर ने जल्द निर्णय लेने की बात कही थी. अगर जल्द निर्णय नहीं हुआ, तो स्पीकर की अध्यक्षता में होनेवाली बैठक का महत्व घटेगा. इस पर भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि निलंबित विधायक लगातार मीडिया में बयानबाजी कर रहे हैं. उन्हें पश्चताप नहीं है. वे लगातार सदन की मर्यादा को तार-तार करने की बात कह रहे हैं. इधर, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि सदन की आत्मा मार दी गयी है. अब यह जिंदा लाश बन कर रह गया है.
मेरे परिवार को प्रताड़ित कर रही सरकार : निर्मला : कांग्रेस विधायक निर्मला देवी ने सदन की कार्यवाही के दौरान पूर्व मंत्री योगेंद्र साव पर दोबारा सीसीए लगाये जाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार बेवजह उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है. राज्यसभा चुनाव में सत्ता पक्ष का साथ नहीं देने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
निर्मला देवी झामुमो के साथ रहीं : सदन में कांग्रेस विधायक निर्मला देवी ने सरकार से जानना चाहा कि उन पर सीसीए क्यों लगाया जा रहा है. प्रदीप यादव ने कहा कि जमशेदपुर में पकड़े जानेवालों को छाेड़ दिया जाता है. यहां जन प्रतिनिधि पर सीसीए लगाया जाता है. निर्मला देवी काफी देर तक अपने स्थान पर खड़ी रही. उसके बाद झामुमो विधायकों के साथ जाकर वेल में बैठ गयीं. जब तक झामुमो विधायक बैठे रहे, वह भी वहीं बैठी रही. झामुमो विधायकों के सदन से वाकआउट करने पर भी वह भी बाहर निकल गयीं.
कस्तूरबा विद्यालय संचालन समिति में विधायकों को रखने की मांग : सदन में चर्चा के दौरान निर्भय शाहाबादी ने कस्तूरबा विद्यालय में नामांकन में त्रुटियों का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि इस तरह की समस्या दूर करने के लिए कमेटी में विधायकों को रखना चाहिए. हेमंत सोरेन ने कस्तूरबा विद्यालय में छात्रा के साथ दुर्व्यवहार का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि सीएम की बैठक में जो तय हुआ था, उसका अनुपालन होना चाहिए. प्रदीप यादव ने कहा कि गोड्डा में पूर्व में लीपापोती की गयी थी. इस कारण दूसरी घटना घटी. इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. चलते सत्र में दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए. विमला प्रधान ने गुमला के पालकोट स्थित कस्तूरबा विद्यालय में बिजली और पानी नहीं रहने की बात कही. जानकी यादव ने बरकट्टा के जयनगर में स्थित कस्तूरबा विद्यालय के चार साल से निर्माणाधीन रहने की बात कही.
स्वास्थ्य जांच शिविर कल से : विधानसभा में विधायकों की स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर 30-31 जनवरी को लगाया जायेगा. वहीं दो फरवरी को मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होगा. इसमें विधायकों के स्वास्थ्य की पूरी जांच की जायेगी. यह जानकारी विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने दी.

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