बैंक के ऋण को अनुदान नहीं समझें

एसबीआइओए रांची अंचल के त्रैवार्षिक आमसभा में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा रांची : सब्सिडी से देश की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है. सब्सिडी दीमक की तरह है. सब्सिडी हमारे आर्थिक पक्ष को कमजोर करती है. बैंक के ऋण को अनुदान नहीं समझें. ऋण लें और समय पर लौटायें. इससे बैंकिंग व्यवस्था भी ठीक बनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2017 1:33 AM
एसबीआइओए रांची अंचल के त्रैवार्षिक आमसभा में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा
रांची : सब्सिडी से देश की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है. सब्सिडी दीमक की तरह है. सब्सिडी हमारे आर्थिक पक्ष को कमजोर करती है. बैंक के ऋण को अनुदान नहीं समझें. ऋण लें और समय पर लौटायें. इससे बैंकिंग व्यवस्था भी ठीक बनी रहती है. यह बातें झारखंड विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने रविवार को संत जेवियर कॉलेज सभागार में कही. श्री उरांव भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ (एसबीआइओए) रांची अंचल के त्रैवार्षिक आमसभा में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद बैंक कर्मियों ने दिन-रात काम करके व्यवस्था को सामान्य बनाया. यह काम आसान नहीं था.
हमारे सामने कई चुनौतियां : डीके पंडा
एसबीआइ के डीजीएम डीके पंडा ने कहा कि नोटबंदी के बाद हमारे सामने कई बदलाव आये हैं. चुनौतियां काफी हैं. हमें आगे रहना है. हर बदलाव का सामना करते हुए आगे बढ़ना है. बैंक का अभिन्न अंग एसोसिएशन है. एसोसियेशन फैसिलिटेटर का काम करता है.
एसबीआइ ऑफिसर्स एसोसिएशन (बिहार-झारखंड) के अध्यक्ष उमाकांत सिंह ने कहा कि संगठन के प्रति एकजुटता दिखानी होगी. आपस में मिल कर बैठेंगे, तभी किसी समस्या का समाधान हो सकेगा. संगठन को आप लोग मिल कर मजबूत कर सकते हैं. कमलेश सिंह ने कहा कि नये-नये लोगों को जोड़ना होगा, तभी ट्रेड यूनियन सक्रिय होगा. मजबूत संघ होगा, तो हम सुरक्षित रहेंगे. एसोसिएशन के आंचलिक सचिव एलएम उरांव के लिए विदाई समारोह का भी आयोजन किया गया. मौके पर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कमलाकर सिंह, सचिव घनश्याम श्रीवास्तव, सुधेंदू पांडेय, अनूप कुमार, अजीत मिश्रा, ए बोस, दिवाकर झा, टुनटुन बैठा, एमए अंसारी आदि उपस्थित थे.

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