डीएमएफ में योगदान देने का किया विरोध

सीसीएल ने जारी की सूचना रांची़ : इ-अॉक्शन के जरिये सीसीएल से कोयला खरीदने वाले व्यापारियों तथा कंपनियों ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (जिला खनिज कोष) में जनवरी 2015 से योगदान देने का विरोध किया है. कोयला ग्राहकों का कहना है कि सभी खरीदार बड़े नहीं हैं. छोटे ग्राहकों या व्यापारियों का डीएमएफ में योगदान देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2017 6:36 AM
सीसीएल ने जारी की सूचना
रांची़ : इ-अॉक्शन के जरिये सीसीएल से कोयला खरीदने वाले व्यापारियों तथा कंपनियों ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (जिला खनिज कोष) में जनवरी 2015 से योगदान देने का विरोध किया है. कोयला ग्राहकों का कहना है कि सभी खरीदार बड़े नहीं हैं. छोटे ग्राहकों या व्यापारियों का डीएमएफ में योगदान देने संबंधी नये आदेश से भारी नुकसान होगा. दरअसल इन व्यापारियों को पहले सात दिसंबर 2015 से 31 मार्च 2016 तक की खरीद व बिक्री के आधार पर फंड में योगदान करने को कहा गया था. सबने इस पीरियड का अंशदान कर भी दिया है.
पर केंद्र सरकार ने फंड में योगदान की तिथि रिवाइज की है तथा अब 12 जनवरी 2015 से छह दिसंबर 2015 तक के पीरियड का भी अंशदान करने को कहा है. इसी के आलोक में सीसीएल ने अपने 1551 ग्राहकों (कोयला व्यापारियों) को उक्त पीरियड का भी अंशदान देने संबंधी सूचना जारी की है. व्यापारी इसी का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि सभी ग्राहकों से कुल 72 करोड़ रुपये मांगे गये हैं. इससे छोटे ग्राहकों की कमर टूट जायेगी. कोयला खरीदारों ने इस संबंध में प्रधानमंत्री, केंद्रीय कोयला सचिव तथा मुख्यमंत्री झारखंड को भी ज्ञापन दिया है.

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