बदलाव: नेतरहाट आवासीय विद्यालय में नामांकन के नियमों में संशोधन, अब साक्षात्कार नहीं लिया जायेगा
रांची: नेतरहाट विद्यालय में नामांकन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. इस वर्ष से नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा नेतरहाट विद्यालय लेगा. इससे पूर्व प्रवेश परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाती थी. विद्यालय में प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है. विद्यालय में अब नामांकन के लिए केवल लिखित परीक्षा व मेडिकल […]
रांची: नेतरहाट विद्यालय में नामांकन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. इस वर्ष से नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा नेतरहाट विद्यालय लेगा. इससे पूर्व प्रवेश परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाती थी. विद्यालय में प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है.
विद्यालय में अब नामांकन के लिए केवल लिखित परीक्षा व मेडिकल जांच होगी. पहले लिखित परीक्षा में सफल विद्यार्थियों का साक्षात्कार लिया जाता था. तत्पश्चात उनकी मेडिकल जांच की जाती थी. अब लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद साक्षात्कार नहीं लिया जायेगा. विद्यालय में प्रवेश परीक्षा 12 फरवरी को होगी. परीक्षा को लेकर सभी प्रमंडल मुख्यालय में परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. विद्यार्थी प्रवेश पत्र संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं. रांची, चाईबासा, हजारीबाग, पलामू व दुमका में परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. प्रमंडल के अंतर्गत आनेवाले सभी जिला के विद्यार्थी अपने प्रमंडल मुख्यालय स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देंगे. राज्य भर में लगभग 3500 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे. चयनित विद्यार्थियों का कक्षा छह में नामांकन लिया जायेगा. सौ बच्चों के नामांकन के लिए 140 बच्चों का नाम जारी किया जायेगा. 40 बच्चे वेटिंग लिस्ट में होंगे.
दो पालियों में हाेगी प्रवेश परीक्षा
नामांकन प्रवेश परीक्षा दो पाली में होगी. परीक्षा कुल 200 अंकों की होगी. प्रथम पाली में गणित, सामान्य ज्ञान व सामान्य विज्ञान तथा द्वितीय पाली में भाषा व मानसिक योग्यता की परीक्षा होगी. सभी विषयों की परीक्षा 50-50 अंकाें की होगी. परीक्षा का रिजल्ट मार्च में जारी कर दिया जायेगा. अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जायेगी. शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ विद्यालय में नामांकन बच्चों का पठन-पाठन भी शुरू हो जायेगा. उल्लेखनीय है कि पहले नामांकन प्रक्रिया अगस्त-सितंबर में जाकर पूरी होती थी.
मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ना अनिवार्य
विद्यालय में नामांकन में फरजीवाड़े को रोकने के लिए गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय के बच्चों के नामांकन प्रक्रिया में शामिल होने पर भी रोक लगा दिया गया है. अब राज्य के सरकारी विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय या राज्य व केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त विद्यालय के बच्चे ही नामांकन प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं. इससे पूर्व बच्चे का विद्यालय में नामांकित होना अनिवार्य नहीं था. गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय के बच्चे नामांकन के लिए फाॅर्म जमा नहीं कर सकते. पहले गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय के बच्चे भी नामांकन प्रक्रिया में शामिल होते थे. इससे नामांकन में गड़बड़ी होती थी.
क्यों किया बदलाव
विद्यालय में नामांकन में गत वर्ष गड़बड़ी का मामला सामने आया था. आधे विद्यार्थी फरजी तरीके से नामांकन प्रक्रिया में शामिल हुए थे. गड़बड़ी की जांच में सभी विद्यार्थी फरजी पाये गये थे. नामांकन फॉर्म में जो पता दिया गया था, उस पर विद्यार्थी व उसके अभिभावक नहीं मिले. दूसरे राज्य के विद्यार्थी भी परीक्षा में शामिल हो गये थे. इस पर रोक लगाने के लिए नामांकन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है.