दुमका. झामुमो के 38वें स्थापना दिवस समारोह में नेताओं का ऐलान, झारखंड के लिए संघर्ष किया, अब अस्तित्व और अस्मिता की रक्षा के लिए भी हम लड़ेंगे
दुमका: झामुमो का 38वां स्थापना दिवस समारोह दुमका के गांधी मैदान में देर रात तक चला. इसमें मुख्य रूप से पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन एवं नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के साथ-साथ तमाम विधायकों, पूर्व विधायकों एवं केंद्रीय नेताओं ने संबोधित किया. नेताओं ने कहा कि हमलोगों ने लड़कर-संघर्ष कर झारखंड लिया है, अस्तित्व व अस्मिता […]
दुमका: झामुमो का 38वां स्थापना दिवस समारोह दुमका के गांधी मैदान में देर रात तक चला. इसमें मुख्य रूप से पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन एवं नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के साथ-साथ तमाम विधायकों, पूर्व विधायकों एवं केंद्रीय नेताओं ने संबोधित किया. नेताओं ने कहा कि हमलोगों ने लड़कर-संघर्ष कर झारखंड लिया है, अस्तित्व व अस्मिता की रक्षा के लिए भी हम लड़ेंगे, चुप नहीं बैठेंगे. सरकार समय रहते सचेत हो, वरना संताल परगना की जनता छत्तीसगढ़ के रहने वाले नेता को वहां वापस भेजने का काम करेगी. शीर्ष नेताओं ने झारखंड आंदोलन से भी तेज तथा जोरदार आंदोलन करने की बात कही. कहा कि इसके लिए सड़क से सदन तक आंदोलन किया जायेगा तथा सरकार को उखाड़ फेंका जायेगा.
झामुमो नेताओं ने कहा कि सरकार ने राज्य के आदिवासियों-मूलवासियों के पीठ पर खंजर भोंकने का काम एसपीटी-सीएनटी में संशोधन करके किया है. भाजपा सरकार विकास नहीं, विनाश करने पर तुली हुई है. अच्छे दिन के नाम पर महीने भर तक सरकार ने लोगों को बैंक में लंबी-लंबी कतारों पर लगने को मजबूर किया. गरीबों के साथ खिलवाड़ करना बंद करे.पुलिस की गोली से भेड़-बकरी डरते हैं, शेर नहीं. झामुमो के नेताओं ने कहा कि जिस तरीके से जनभावनाओं के विपरीत सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन किया गया और विरोध करने वाली जनता पर गोलियां चलवायी जा रही है, वह सरकार की तानाशाही है.
झामुमो नेताओं ने कहा कि काॅरपोरेट घरानों और बड़े उद्योगपतियों के लिए काम करनेवाली यह सरकार जमीन पर कब्जा कर उसे उद्योगपतियों को सौंपना चाहती है. सरकार का मकसद यहां रहनेवालों का उत्थान व विकास नहीं, बल्कि उन्हें और कंगाल व बरबाद करने की है. यही वजह है कि जन भावनाओं के विपरीत सरकार इसमें संशोधन करने को आतुर है. नेताओं ने कहा कि ऐसी सरकार से झारखंड का भला नहीं हो सकता. झामुमो नेताओं ने लागू की गयी स्थानीयता नीति को रद्द कर 1932 के खतियान के आधार पर नयी स्थानीयता नीति परिभाषित करने की मांग की.
मधुपुर अनुमंडल गुरुजी की देन थी : जनसभा में भाग लेते हुए पूर्व मंत्री व झामुमो नेता हाजी हुसैन अंसारी ने कहा कि
मधुपुर अनुमंडल बना था, तो गुरुजी की देन थी. जब रजत जयंती वर्ष पर कार्यक्रम हुआ, सीएम रघुवर दास के प्रति हमारे कार्यकर्ताओं ने विरोध किया. जरूरत पड़ी तो मधुपुर ही नहीं, हमें ऐसी निरंकुश सरकार का हर जगह विरोध करना होगा. सरकार अल्पसंख्यक विरोधी है. वहीं, विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि सरकार मनमानी कर रही है. जनता की भी नहीं सुन रही और न ही सदन में विधायकों की. आश्चर्य की बात है कि अपने सहयोगियों की भी रघुवर दास नहीं सुन रहे हैं. सरकार विरोध करनेवालों पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है.
जनसभा में मौजूद नेता : जनसभा में कार्यकारी अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, सांसद संजीव कुमार, विजय हांसदा, विधायक प्रो स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, रविंद्र महतो, अमित महतो, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता, पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, पूर्व विधायक सुफल मरांडी, लोबिन हेंब्रम, महिला मोरचा की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ महुआ मांझी, महासचिव विनोद पांडेय, जिला परिषद् अध्यक्ष जॉयस बेसरा, उपाध्यक्ष असीम मंडल, महिला नेत्री शबनम खातून, अशोक चौधरी आदि मंचासीन थे.
बोले हेमंत सोरेन संविधान व लोकतंत्र का गला घोंट रही सरकार
कार्यकारी अध्यक्ष सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने रघुवर सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार संविधान और लोकतंत्र का गला घोंट रही है. अपनी मन-मरजी से सरकार काम कर रही है. सरकार की नीतियों का विरोध करने पर सदन में विधायकों को निलंबित किया जा रहा है, तो सड़क पर आवाज उठाने वाली जनता पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है.
वहीं, जनसभा में प्रो स्टीफन ने कहा कि भाजपा की सरकार झारखंड का भला नहीं कर सकती. हमें इस 38 वें झारखंड दिवस पर जन विरोधी नीति वाले झारखंड सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेना होगा. इस सरकार ने हमारी बरबादी का कानून पास किया है.