अचानक रिम्स पहुंची एमसीआइ की टीम, हड़कंप

रांची : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम गुरुवार सुबह 10 बजे अचानक रिम्स पहुंची. टीम के आने से रिम्स में हड़कंप मच गया. टीम के सदस्य सीधे निदेशक कार्यालय पहुंचे गये. टीम में बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज के डॉ रामकृष्णन रेड्डी, जैसलमेर मेडिकल कॉलेज से डॉ वी पटौदी एवं गुजरात मेडिकल कॉलेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2017 8:07 AM
रांची : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम गुरुवार सुबह 10 बजे अचानक रिम्स पहुंची. टीम के आने से रिम्स में हड़कंप मच गया. टीम के सदस्य सीधे निदेशक कार्यालय पहुंचे गये. टीम में बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज के डॉ रामकृष्णन रेड्डी, जैसलमेर मेडिकल कॉलेज से डॉ वी पटौदी एवं गुजरात मेडिकल कॉलेज से मनीष रमेशचंद्र रामावत शामिल थे.
टीम यह जानना चाहती थी कि एमबीबीएस की 150 सीटों के हिसाब से रिम्स में व्यवस्था है या नहीं. टीम को रिम्स निदेशक डॉ बीएल शेरवाल ने कहा कि पहले नॉन-क्लिनिकल अौर उसके बाद क्लिनिकल का भाैतिक सत्यापन कर लीजिये, जिससे अापको सत्यापन में सुविधा होगी.
लेकिन टीम के सदस्यों ने निदेशक को स्पष्ट कहा कि आप एक साथ फैकल्टी का भौतिक सत्यापन करायें. इसके बाद निदेशक सेल से सभी विभागाें के विभागाध्यक्षों को टेलीफोन से निर्देश दिया गया कि वह निदेशक सभागार में अविलंब पहुंचे. सभागार में जैसे-जैसे विभाग की फैकल्टी आते गये, वैसे-वैसे टीम के सदस्य डॉ रामकृष्णन रेड्डी व डॉ वी पटौदी ने सत्यापन किया. टीम के सदस्यों ने पूर्व की कमियों के हिसाब से ही जांच की. कमियों पर रिम्स प्रबंधन ने अपना पक्ष एमसीआई के सदस्यों के सामने रखा.
हालांकि, प्रबंधन द्वारा दी गयी जानकारी से टीम संतुष्ट दिखी. आपका रूरल सेंटर हो गया है बेहतर : टीम में शामिल गुजरात से आये डॉ मनीष रमेशचंद्र रामावत ने ओरमांझी स्थित रिम्स के रूरल सेंटर का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां मेडिकल विद्यार्थियों के शिक्षण कार्य के लिए की गयी व्यवस्था की जमीनी हकीकत को देखा. निरीक्षण के बाद डॉ मनीष ने निदेशक को आ कर बताया कि आपका रूरल सेंटर पहले से बेहतर हुआ है.

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