सुखाड़ की समस्या से मुक्त होंगे पलामू-गढ़वा के लोग

रांची: पलामू और गढ़वा जिला झारखंड का सबसे सूखा प्रभावित क्षेत्र रहा है. पिछले दो दशक से यह क्षेत्र सुखाड़ (अल्पवृष्टि) झेल रहा है. इस कारण यहां किसानी से लेकर पेयजल की समस्या विकट रही है. राज्य सरकार ने इलाके में सिंचाई व पेयजल की समस्या दूर करने के लिए 984 करोड़ की लागत से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2017 1:25 AM
रांची: पलामू और गढ़वा जिला झारखंड का सबसे सूखा प्रभावित क्षेत्र रहा है. पिछले दो दशक से यह क्षेत्र सुखाड़ (अल्पवृष्टि) झेल रहा है. इस कारण यहां किसानी से लेकर पेयजल की समस्या विकट रही है. राज्य सरकार ने इलाके में सिंचाई व पेयजल की समस्या दूर करने के लिए 984 करोड़ की लागत से महत्वाकांक्षी सोन पाइप लाइन योजना तैयार की है. इस वर्ष गरमी में पीने के पानी की कमी और सिंचाई के लिए पानी का अभाव नहीं हो, इसके लिए सोन पाइप लाइन योजना का प्रारंभिक योजना प्रतिवेदन भी तैयार कर लिया गया है.
जल संसाधन एवं पेयजल स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने बताया कि दोनों जिलों की जरूरतों को देखते हुए वहां का सर्वे किया गया, जिसमें पलामू व गढ़वा जिले में सिंचाई के लिए 64.44 एमसीएम तथा पेयजल के लिए 5.57 एमसीएम अतिरिक्त जल की आवश्यकता का आकलन हुआ. उक्त जरूरत को पूरा करने के लिए कनहर एवं सोन नदी से पाइप लाइन द्वारा पानी लिफ्ट कर उन इलाकों के जलाशयों, बड़े तालाबों व अन्य जल निकायों को उपलब्ध कराने की योजना बनायी गयी है.
विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन पर चल रहा काम : मंत्री ने बताया कि सोन पाइप योजना का प्रारंभिक योजना प्रतिवेदन तैयार कर लिया गया है. अब विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार करने की कार्रवाई की जा रही है. प्रारंभिक योजना प्रतिवेदन के अनुसार, इस योजना की लागत 984.19 करोड़ आंकी गयी है. विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार होने के बाद इसकी प्रशासनिक मंजूरी प्राप्त कर योजना का कार्यान्वयन वित्तीय वर्ष 2017-18 में शुरू करने की कार्य योजना बनायी गयी है.

Next Article

Exit mobile version