सरकारी जीएनएम कॉलेजों के लिए 317 पदाें का सृजन
रांची: राज्य में स्वास्थ्य सेवा की सही व्यवस्था को लेकर विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण कड़ी में एक नर्सिंग की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए राज्य में नौ नये जीएनएम कॉलेज खोले जा रहे हैं. आगामी वित्तीय वर्ष में सरकार ने इसके लिए अलग से प्रस्ताव रखा है. […]
रांची: राज्य में स्वास्थ्य सेवा की सही व्यवस्था को लेकर विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण कड़ी में एक नर्सिंग की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए राज्य में नौ नये जीएनएम कॉलेज खोले जा रहे हैं. आगामी वित्तीय वर्ष में सरकार ने इसके लिए अलग से प्रस्ताव रखा है. पहले से चल रहे तीन जीएनएम कॉलेजों की व्यवस्था सुधारने के लिए भी व्यवस्था की गयी है.
सनद रहे कि पहले से रिम्स, एमजीएम व पीएमसीएच में चल रहे जीएनएम कॉलेजों में भी नर्सिंग काउंसिल के नियमों के अनुसार पूरी व्यवस्था नहीं है. नये कॉलेजों के साथ इनकी व्यवस्था ठीक करने की कवायद की गयी है. नयी व्यवस्था में नये और पुराने 12 जीएनएम कॉलेजों के लिए विभिन्न कोटि के 133 शैक्षणिक व 95 गैर शैक्षणिक पदों के सृजन का प्रस्ताव रखा गया है. इसके अलावा आउटसोर्सिंग से 89 पद भरे जायेंगे. प्रस्ताव पर कैबिनेट के मुहर का इंतजार है. इस बार स्वास्थ्य विभाग पहले से ऐसी व्यवस्था करना चाहता है कि संस्थान मानक का पालन करें, वरना मान्यता रद्द होने का खतरा बना रहता है. राज्य के इकलौते सरकारी बीएससी नर्सिंग कॉलेज की मान्यता इस कारण रद्द हो गयी है, क्योंकि उसने काउंसिल के निर्देशों का पालन नहीं किया है.
जिन जिलों में नये जीएनएम कॉलेज खुलने हैं: गुमला, लातेहार, जामताड़ा, सरायकेला, पश्चिम सिंहभूम, पलामू, रांची व साहेबगंज में नये कॉलेज खुलने हैं. इन इलाकों में इनके भवन का निर्माण अंतिम चरण में है. हजारीबाग में निर्माण कार्य प्रस्तावित है.
अभी जहां चल रहा है: रिम्स, रांची, एमजीएम (जमशेदपुर) व पीएमसीएच (धनबाद).
व्यवस्था नहीं होने से मान्यता रद्द हुई: रिम्स में चलनेवाले राज्य के एकमात्र बीएससी नर्सिंग कॉलेज की स्थिति ठीक नहीं. काउंसिल के मानदंड पर खरा नहीं उतरने के कारण इसकी मान्यता रद्द हो गयी है. इस साल इसमें नया नामांकन भी नहीं हुआ. अगर व्यवस्था नहीं हुई, तो इसमें पढ़नेवाले विद्यार्थियों को भी दिक्कत होगी.