एचइसी को पूरा सहयोग देगी रूसी कंपनी : पामेल कोमारोव
रांची: रूस और एचइसी का संबंध बहुत पुराना है. एचइसी की स्थापना में रूस का योगदान भुलाया नहीं जा सकता. 1960 के बाद 1987-88 तक रूसी विशेषज्ञों की उपस्थित एचइसी में थी और रशियन हॉस्टल (वर्तमान में झारखंड एसेंबली) एक जाना पहचाना स्थान हुआ करता था. उक्त बातें एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने शुक्रवार […]
रांची: रूस और एचइसी का संबंध बहुत पुराना है. एचइसी की स्थापना में रूस का योगदान भुलाया नहीं जा सकता. 1960 के बाद 1987-88 तक रूसी विशेषज्ञों की उपस्थित एचइसी में थी और रशियन हॉस्टल (वर्तमान में झारखंड एसेंबली) एक जाना पहचाना स्थान हुआ करता था. उक्त बातें एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने शुक्रवार को एचइसी मुख्यालय में रशियन प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कही.
आठ सदस्यीय रूसी दल का नेतृत्व पामेल कोमारोव (रशियन दूतावास के डिप्टी ट्रेड कमिश्नर) कर रहे थे. रूसी प्रतिनिधिमंडल के साथ व्यापार वृद्धि के विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई है.
एचइसी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से रशियन दल को उपलब्ध संसाधनों के बारे में बताया. श्री पामेल ने कहा कि रूसी कंपनी एचइसी को हर तरह से सहयोग करने को तैयार है. झारखंड सरकार द्वारा आयोजित मोमेंटम झारखंड : ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2017 में भाग लेने के लिए रूसी दल रांची आया हुआ है.