इस समय राज्य में 600 गैर तकनीकी कॉलेजों की है कमी
रांची: उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के अनुसार राज्य को गैर तकनीकी शिक्षा वाले 600 कॉलेजों की जरूरत है. वहीं कम-से-कम 25 इंजीनियरिंग तथा 80 पॉलिटेक्निक कॉलेजों की भी जरूरत है. विभिन्न कॉलेजों की संख्या का यह आकलन कॉलेज-पॉपुलेशन इंडेक्स (कुल आबादी व कॉलेज के अनुपात संबंधी तालिका) के आधार पर किया गया है. अभी […]
रांची: उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के अनुसार राज्य को गैर तकनीकी शिक्षा वाले 600 कॉलेजों की जरूरत है. वहीं कम-से-कम 25 इंजीनियरिंग तथा 80 पॉलिटेक्निक कॉलेजों की भी जरूरत है. विभिन्न कॉलेजों की संख्या का यह आकलन कॉलेज-पॉपुलेशन इंडेक्स (कुल आबादी व कॉलेज के अनुपात संबंधी तालिका) के आधार पर किया गया है. अभी राज्य में कुल 442 कॉलेज, 16 इंजीनियरिंग कॉलेज तथा 33 पॉलिटेक्निक हैं. वहीं विश्वविद्यालयों की संख्या 15 (डिम्ड यूनिवर्सिटी सहित) हैं.
कॉलेजों व विवि की यह संख्या सरकारी व निजी क्षेत्र को मिला कर है. विभाग के अनुसार शिक्षण संस्थानों की इस जरूरत के मद्देनजर ही सरकार निवेशकों को झारखंड में शिक्षण संस्थान खोलने के लिए अामंत्रित कर रही है. निजी क्षेत्र में इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने वाले को सरकार क्रमश: छह करोड़ व तीन करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी देगी. कॉलेजों की कमी को पाटने के लिए सरकार अपने स्तर से भी प्रयास कर रही है. अगले पांच-छह वर्षों में सौ कॉलेजों के निर्माण का लक्ष्य है. इनमें से 40 के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
उधर, 20 पॉलिटेक्निक का भी निर्माण चल रहा है. सरकार मानती है कि शिक्षण संस्थानों की कमी का असर उद्योगों के लिए जरूरी शिक्षित व कुशल मानव संसाधन पर पड़ सकता है, इसलिए शिक्षण संस्थानों के निर्माण व गुणवत्ता पर जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में सभी सरकारी कॉलेजों में वाइ-फाइ की सुविधा भी दी जा रही है. इसके लिए उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने 78 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं.